धारचूला विधायक धामी भाजपा में शामिल होने को तैयार

देहरादून। धारचूला विधायक धामी प्रदेश अध्यक्ष व नेताप्रतिपक्ष चुने जाने के बाद इतने दुखी हैं कि उन्होंने पाला बदलने का मन बना लिया है। उत्तराखंड कांग्रेस में एक बार फिर से बगावत का बिगुल बज चुका है। अल्मोड़ा से मदन सिंह बिष्ट ने कांग्रेस हाईकमान पर हमला बोला था तो धारचूला विधायक ने उपेक्षा का आरोप लगाकर कांग्रेस को रसातल में जाने को मजबूर कर दिया है। धारचूला विधायक हरीश धामी का भाजपा में जाना लगभग तय माना जा रहा है।
धारचूला विधायक ने कांग्रेस पर अपनी उपेक्षा का आरोप लगाया। विधानसभा चुनाव में हार के बाद उत्तराखंड कांग्रेस में की गई नियुक्तियों को लेकर असंतोष गहराता जा रहा है। आज बुधवार को पार्टी के 10 विधायक बैठक करने वाले हैं। बैठक कहां होगी, इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन इससे स्पष्ट है कि राज्य में पार्टी गहरे संकट में है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह की मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के साथ मुलाकात के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस में टूट हो सकती है और बागी विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 19 सीटें जीती हैं।
हाईकमान के फैसले को करें स्वीकार: आर्य
उधर, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी विधायकों में किसी तरह की नाराजगी से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि वह सभी को साथ लेकर चलेंगे। पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारी दी है, उसे ईमानदारी से निभाएंगे।
सैनिकों के प्रति कांग्रेस की नकारात्मक सोच
धारचूला विधायक हरीश धामी ने कहा कि कांग्रेस पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों के प्रति नकारात्मक सोच रखती है। उनकी उपेक्षा करती है। वह स्वयं पूर्व सैनिक परिवार से हैं। उनके पिता ने 1971 का भारत पाक युद्ध लड़ा था। कांग्रेस ने हमेशा सैनिक पृष्ठभूमि वाले परिवारों की उपेक्षा की है।