
नई दिल्ली। काशी मथुरा की लड़ाई के बाद अब दिल्ली स्थित कुतुब मीनार तक आ गयी है। एएसआई अधिकारियों ने साफ तौर पर कह दिया है कि फिलहाल कुतुब मीनार परिसर में किसी प्रकार की धार्मिक गतिविधि की अनुमति नहीं है।
कुतुबमीनार परिसर में नमाज पर रोक
दिल्ली स्थित कुतुब मीनार परिसर में अब नमाज नहीं पढ़ी जा सकती है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने सख्ती दिखाते हुए साफतौर पर कह दिया है कि कुतुब मीनार एक नान लिविंग मान्यूमेंट (निर्जीव स्मारक) है। इसलिए इसके परिसर में पहले से ही धार्मिक गतिविधियों के लिए मनाही है।
एएसआई के अधिकारियों के मुताबिक देशभर में ऐसे अनगिनत निर्जीव स्मारक हैं, जहां पर पूजा-पाठ, नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं है। इसके बावजूद कुतुब मीनार परिसर में नमाज पढ़ी जा रही थी। अब यहां नमाज पढ़ने वालों को ऐसा करने से मना किया गया है। पांच दिन से यहां नमाज बंद है। काशी मथुरा की लड़ाई अब कुतुबमीनार पर अटक गयी है।
एएसआई के अधिकारियों के मुताबिक बिना जानकारी के कुछ लोग कुतुब मीनार परिसर में नमाज पढ़ने की जिद कर रहे थे, ऐसे लोगों से अनुमति पत्र या इससे संबंधित दस्तावेज मांगा गया था। वे लोग कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। उन्हें वापस भेज दिया गया।
अनुमति ही नहीं है तो प्रतिबंध किस बात का
एएसआई अधिकारियों ने साफतौर पर कहा है कि एएसआई द्वारा संरक्षित स्मारक स्थल पर कानूनी तौर पर धार्मिक गतिविधि करने की अनुमति नहीं है। जब तक एएसआई ने ऐसा करने के लिए किसी को रोका नहीं तो वो और बात थी, लेकिन अब एएसआई ने फैसला कर लिया है कि यहां पर किसी तरह की कोई धार्मिक गतिविधि गैरकानूनी है। ऐसा करने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई होगी। विदित हो कि इससे पहले फिरोजशाह कोटला स्मारक स्थल पर भी एएसआई ने नमाज पर रोक लगा दी थी।
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