पंजाब। मां ने दूल्हे की तरह सजाया और पिता ने सेहरा बांधकर अपने बेटे को अंतिम यात्रा के लिए रवाना किया। प्रसिद्ध पंजाबी गायक व अदाकार सिद्धू के अंतिम संस्कार पर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, कनाडा, इंग्लैंड, महाराष्ट्र, दिल्ली आदि जगहों से बड़ी संख्या में लोग उमड़े। अंतिम यात्रा ट्रैक्टर 5911 पर निकाली गई। इसमें नौजवानों ने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और सिद्धू मूसेवाला अमर रहें के नारे भी लगाए।
मूसेवाला 5911 के शौकीन थे
मूसेवाला ट्रैक्टर 5911 के शौकीन थे। उनके गीतों के बोल में भी 5911 का जिक्र किया जाता रहा है। अंतिम यात्रा पर ट्रैक्टर 5911 को फोटो व हारों से बेहतरीन ढंग से सजाया गया।
एक माह बाद होना था विवाह
सिद्धू मूसेवाला की मंगनी जिला संगरूर के गांव संघरेड़ी में हुई थी। एक माह बाद विवाह होना था। पहले चुनाव में खड़े होने कारण इस विवाह को आगे कर दिया था। दोनों परिवार विवाह की तैयारियों में जुटे थे। इस हत्याकांड के बाद दोनों परिवारों के अरमान मन में ही रह गए।
पिता ने पगड़ी उतारकर लोगों को धन्यवाद दिया
अंतिम यात्रा में पिता बलकौर सिंह व माता चरण कौर ने अपने बेटे के लिए उमड़े प्यार व भीड़ के सामने हाथ जोड़े। पिता ने पगड़ी उतारकर लोगों का धन्यवाद किया। मूसेवाला की अंतिम यात्रा में लोगों का भारी जनसैलाव इस कद्र उमड़ा कि मकानों की छतों, दीवारों, ट्रकों, जीपों, जिसको जहां जगह मिली वहीं से उन्होंने सिद्धू के अंतिम दर्शन किए।
मूसेवाला को अपने कुत्तों से बहुत लगाव था
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद उनके पाले हुए दो कुत्तों ने कुछ नहीं खाया। परिजनों का कहना है कि इन जानवरों के साथ सिद्धू को बहुत प्यार था। जबसे इनको वे नजर नहीं आ रहे हैं तब से इन्होंने रोटी को मुंह नहीं लगाया है। दोनों कुत्ते तब से बहुत हैरान हैं।