अग्निपथ स्कीम को लेकर उत्तराखंड में देहरादून से लेकर पिथौरागढ़ तक बवाल
देहरादून। अग्निपथ स्कीम को लेकर उत्तराखंड में देहरादून से लेकर पिथौरागढ़ तक बेरोजगार संगठनों के पदाधिकारियों, युवाओं ने राजधानी सहित प्रदेश के अलग-अलग संगठनों ने जमकर हंगामा काटा। युवाओं में भाजपा की ओर शहर में लगाए गए बैनर, पोस्टरों को फाड़ डाला और केंद्र तथा राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
अग्निपथ स्कीम को लेकर बिहार में सुलगी आग की चिंगारी धीरे-धीरे पूरे देश में उग्र रूप धारण कर रही है। उत्तराखंड में इस योजना को लेकर कई संगठन मुखर होकर सामने आ गये हैं। गुरुवार को राजधानी देहरादून से लेकर सीमांत जिला पिथौरागढ़ में युवाओं ने सड़क पर उतरकर इस योजना का विरोध किया। कुमाऊं मंडल में योजना का ज्यादा विरोध नहीं देखने को मिला, जबकि गढ़वाल मंडल में सिर्फ राजधानी देहरादून में युवाओं ने प्रदर्शन किया।
पिथौरागढ़ में युवाओं को हटाने के लिए लाठीचार्ज
पिथौरागढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर रहे युवाओं ने पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इससे गुस्साए युवाओं ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसमें कुछ पुलिसवालों को हल्की चोटें आई हैं। पुलिस ने पांच युवाओं को हिरासत में लिया है। बागेश्वर में युवाओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। वहीं चंपावत जिले के टनकपुर जिले में युवाओं ने रैली निकालकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
दून में युवाओं ने पुशअप मारकर किया विरोध
देहरादून में सेना भर्ती तैयारी कर रहे युवाओं ने लैंसडाउन चौक और घंटाघर चौक पर प्रदर्शन किया। लैंसडाउन चौक पर उन्होंने भाजपा के झंडे आग के हवाले कर दिये। घंटाघर पर युवाओं ने फौजी अंदाज में पुशअप मारकर अग्निपथ योजना का विरोध जताया। उन्होंने कहा कि दो साल पहले सेना में भर्ती के लिए शारीरिक दक्षता और मेडिकल टेस्ट पास किया था, उसकी लिखित परीक्षा होनी थी, जो अभी तक नहीं है। इस योजना से युवाओं का भविष्य अंधकार में है।
सेना चाहती है कि उन्हें पहले से ट्ेंड युवा सैनिक मिले, जिससे वर्तमान में जो आधुनिक तरीके से युद्ध हो रहे हैं, उसमें वह दक्षता हासिल कर सके। इसके लिए आईटीआई संस्थानों के कोर्स में बदलाव की पहल की योजना भी है। आईटीआई में सेना के मतलब के कोर्स युवाओं को कराए जाएंगे।
जीएस चौधरी, मेजर जनरल जीजीओ 14 इंफेंटरी डिवीजन