साइबर क्राइम का नया गढ़ बनता जा रहा सहारनपुर का चांदपुर गांव
देहरादून। साइबर क्राइम का नया गढ़ चांदपुर गांव इस समय काफी चर्चा में है। पूरे देश में झारखंड के जामताड़ा का नाम साइबर क्राइम की दुनिया में पहले नंबर पर है और अब इसी की तर्ज पर चांदपुर भी अपनी पहचान बना रहा है। यहां के अधिकतर युवा ठगी को अपने रोजगार का जरिया बना रहे हैं।
एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने के आरोप में पुलिस ने चांदपुर गांव के दो लड़कों (प्रवेश और टीनू) को पकड़ा तो उनके खुलासे से पुलिस के होश उड़ गये। उनका कहना था कि चांदपुर गांव के सैकड़ों युवा लड़के इसी धंधे के जरिये अपना रोजगार चला रहे हैं। पकड़े गये लड़कों का कहना था कि वे काफी समय से यह काम कर रहे हैं।
सीओ विकासनगर नीरज सेमवाल के अनुसार प्रवेश और टीनू इससे पहले रायवाला और सहारनपुर में धोखाधड़ी के मामले में जेल भी जा चुके हैं। उनका कहना है कि ये लोग जगह-जगह एटीएम में जाकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। इनके एशोआराम को देखकर उन्य लड़के भी इनके नक्शेकदम पर चल रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
रामपुर निवासी अब्दुल कयूम पुत्र नूर मोहम्मद ने सहसपुर थाने में तहरीर दी कि वो इंडस्ट्रियल एरिया के पास एक एटीएम में पैसे निकालने गये। पैसे नहीं निकलने पर वहां मौजूद दो युवकों ने मदद करने की आड़ में उनका एटीएम बदल दिया। बाद में 36 हजार रुपये खाते से निकलने का मैसेज आया तो उन्हें धोखाधड़ी का पता चला।
इस सिलसिले में पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से सहारनुर केबड़गांव क्षेत्र के चांदपुर गांव निवासी प्रवेश और टीनू को गिरफ्तार किया। थाना प्रभारी नरेश राणा ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के पास से लगभग 71 हजार रुपये नकद के अलावा सैकड़ों एटीएम कार्ड भी बरामद किये गये हैं, जिनके माध्यम से वे अब तक ठगी कर रहे थे।