राजस्थान में कन्हैयालाल की हत्या के बाद उत्तराखंड में भी उबाल
कोटद्वार। राजस्थान में कन्हैयालाल की हत्या के बाद पूरे देश में जगह-जगह प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। राजस्थान में नूपुर शर्मा के पक्ष में सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने वाले कन्हैयालाल की हत्या किए जाने के विरोधस्वरूप कोटद्वार में हिंदू संगठनों ने जुलूस निकाला। हत्यारों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर बुधवार को कोटद्वार में हिंदू संगठनों द्वारा प्रदर्शन किया गया। इस दौरान घटना के विरोध में बाजार भी बंद करवाया गया।
नारेबाजी करते हुए तहसील परिसर में पहुंचा जुलूस
लैंसडाउन विधानसभा के विधायक दिलीप सिंह रावत के नेतृत्व में हिंदू पंचायती धर्मशाला से शुरू होकर जुलूस राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील परिसर में पहुंचा। तहसील परिसर में हुई सभा में विधायक दिलीप रावत ने हिंदू संगठनों को एकजुट होकर राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ खड़े होने का आह्वान किया। इस दौरान उपजिलाधिकारी प्रमोद कुमार के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंप कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गयी।
राजस्थान की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली
उदयपुर में जिहादियों द्वारा एक युवक की निर्मम हत्या किये जाने पर श्रीपंचनाम दशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि महाराज ने नाराजगी जताते हुए कहा कि धर्म के नाम पर किसी भी व्यक्ति की गर्दन काट देना धर्म नहीं हो सकता।
देश हिंदू मुसलमान दोनों का, सभी को मिलकर रहना है
उन्होंने कहा कि यह देश हिंदू और मुसलमान दोनों का है और सभी धर्मों को यहां मिलकर रहना है। इस तरह की मानसिकता रखने वालों को चिन्हित करते हुए उनके लिए कठोर दंड का प्राविधान किया जाना चाहिए। उनको कानून के दायरे में लाकर सख्त से सख्त और कठोरतम सजा दी जानी चाहिए।
पोस्टमार्टम में चौंकाने वाले खुलासे
राजस्थान के कन्हैयालाल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक आरोपियों ने धारदार हथियारों से कन्हैयालाल पर 26 वार किए थे। उनके शरीर पर 13 कट के निशान हैं। इनमें से अधिकतर वार गर्दन के आसपास हैं। वहीं आरोपियों ने गर्दन को शरीर से अलग करने की भी कोशिश की थी।