दिन में लिए सात फेरे और रात को सारा सामान समेटकर चंपत हो गई लुटेरी दुल्हन

देहरादून। दिन में सात फेरे लेने के बाद रात को घर का सारा सामान लेकर दुल्हन चंपत हो गयी। सुबह मंदिर में शादी की रस्में हुईं। शाम को दावत हुई और सुबह जब परिवार वालों की नींद खुली तो सब हक्के-बक्के रह गये। ये कहानी ठीक उसी तरह दोहराई गयी जैसे ‘डाली की डोली’ फिल्म में हुआ था। जैसे डाली अपने गिरोह के साथ अमीर युवकों को शादी करने के लिए फंसाती है और फिर रात में सामान लेकर दुल्हन और उसके साथी फरार हो जाते हैं।
इसी फिल्म की तर्ज पर देहरादून के प्रेमनगर में घटना घटी। पंडित ने रिश्ता करवाया और मंदिर में शाम को शादी की रस्म अदायगी के साथ शादी हुई, फिर रात को लोगों ने जमकर दावत उड़ाई और इसके बाद दुल्हन रात को ही शादी के अलावा घर का सामान लेकर रफूचक्कर हो गयी। बेचारे परिवार वालों को न तो दुल्हन के घर का पता है और न ही उसका नाम ही जानते हैं।
जानकारी के अनुसार देहरादून के प्रेमनगर झाझरा में एक परिवार किसी तरह अपनी दिनचर्या करते हैं। ये घटना झाझरा में रहने वाले आकाश की है। आकाश की बहन पूनम का कहना है कि क्षेत्र में एक पंडित रिश्ते करवाता है। उसने पिंकी नाम की लड़की का रिश्ता भाई आकाश से करवाया था। पिंकी और उसके बहन जीजा आदि कई लोग उनके घर आए थे। घर आकर आकाश और पिंकी दोनों एक दूसरे को पसंद आ गये।
मंगलवार को सुद्धोवाला स्थित शिवमंदिर में दोनों परिवारों की मौजूदगी में दिन में सात फेरे हुए और शाम को खूब दावत चली। उनके परिवार ने बहू पिंकी को चांदी का गले का सेट, पायल, कान के झुमके आदि भेंट किये। रात्रि भोज के बाद सब सो गये। सुबह जब लोगों की आंख खुली तो सभी हक्के-बक्के रह गये। पिंकी परिवार का जोड़ा हुआ सारा धन लेकर चंपत हो गयी।
जब घर वाले झाझरा पुलिस चौकी में शिकायत देने पहुंचे तो चौकी प्रभारी ने कहा कि शादी करवाने वाले पंडित को ढूंढो, वही बताएंगे कि दुल्हन कहां गयी। उस पर सामान वापस लौटाने का दबाव बनाओ। दुल्हन के साथ-साथ अब पंडित का भी पता नहीं चल रहा है। प्रेमनगर के प्रभारी एसओ कोमल रावत का कहना है कि परिवार वालों को समझा दिया गया है कि वह उन लोगों को ढूंढने का प्रयास करेंगे।