
ज्योतिर्मठ (चमोली), 2 मार्च। चीन सीमा पर माणा के पास शुक्रवार को हिमस्खलन की चपेट में आए सभी लोगों को ढूंढ लिया गया है, जिसमें से 46 सुरक्षित हैं, जबकि आठ की मौत हो गई। रविवार को लापता सभी चार श्रमिकों के शव रेस्क्यू टीम ने बरामद कर लिए हैं। जबकि चार श्रमिकों के शव शनिवार को बरामद हो गए थे। वहीं, रविवार को एक अन्य घायल को एम्स ऋषिकेश के लिए रेफर कर दिया गया है, जबकि एक घायल श्रमिक शनिवार को रेफर किया गया था। इसके साथ ही तीन दिनों से चला आ रहा रेस्क्यू अभियान भी समाप्त हो गया।
बता दें कि माणा के पास शुक्रवार तड़के भारी हिमस्खलन हुआ था, जिसके चपेट में बीआरओ के 54 श्रमिक आ गए थे। आईटीबीपी और सेना के जवानों ने शुक्रवार सुबह रेस्क्यू अभियान शुरू किया। पहले दिन 33 श्रमिकों को सुरक्षित निकाला गया था। शनिवार को रेस्क्यू अभियान में एनडीआरएफ भी शामिल हुई। शनिवार तक रेस्क्यू टीमों ने 46 श्रमिकों को सुरक्षित निकाल लिया था, जबकि चार श्रमिकों के शव बरामद हुए थे। उसके बाद लापता चल रहे चार अन्य श्रमिकों की खोजबीन के लिए रविवार को फिर तीनों रेस्क्यू टीमों ने सर्च अभियान चलाया।
दोपहर करीब एक बजे पहले एक शव बरामद हुआ। उसके बाद दो अन्य श्रमिकों के शव भी बरामद हुए। अंतिम लापता व्यक्ति का शव दोपहर करीब चार बजे बरामद कर लिया गया। जिसके बाद हादसे में मृतकों की संख्या आठ हो गई। अंतिम व्यक्ति का शव मिलने के साथ ही रेस्क्यू अभियान भी समाप्त कर दिया गया।
ज्योतिर्मठ सेना अस्पताल में भर्ती हैं घायल
माणा से सभी श्रमिकों को हेलीकॉप्टर से ज्योतिर्मठ स्थिति सेना के अस्पताल में लाया गया है। सबसे बाद में मिले शव को भी लाने का प्रयास किया जा रहा है। स रेस्क्यू अभियान में सेना के सात और एक निजी हेलीकॉप्टर की मदद ली गई। जिनसे श्रमिकों को माणा से ज्योतिर्मठ लाया गया। दो श्रमिक एम्स ऋषिकेश भेजे गए। अन्य का आर्मी अस्पताल ज्योतिर्मठ में उपचार चल रहा है।
मृतकों के नाम और पता: 1 मार्च को 4 मजदूरों की डेडबॉडी मिली. जिनकी पहचान जितेंद्र सिंह निवासी बिलासपुर (उत्तर प्रदेश), मोहिंद्र पाल निवासी कांगड़ा (हिमाचल), मंजीत यादव निवासी सरवन (उत्तर प्रदेश), अलोक यादव निवासी कानपुर (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई. रविवार को 4 मजदूरों के शव मिले. जिनकी पहचान अनिल कुमार पुत्र ईश्वरी दत्त (उम्र 21 वर्ष) निवासी रुद्रपुर, उधम सिंह नगर (उत्तराखंड), अशोक पुत्र रामपाल (उम्र 28 वर्ष) निवासी फतेहपुर (उत्तर प्रदेश), हरमेश चंद पुत्र ज्ञानचंद (उम्र 30 वर्ष) निवासी ऊना (हिमाचल प्रदेश) और अरविंद निवाली देहरादून (उत्तराखंड)के रूप में हुई.
हिमस्खलन की चपेट में 54 लोग आए थे, 46 को सुरक्षित निकाल लिया गया। आईटीबीपी और सेना से मिली जानकारी के अनुसार जो अंतिम व्यक्ति लापता था उसका शव भी बरामद हो गया है। हादसे में कुल आठ लोगों की जान गई है। सात शव आर्मी अस्पताल ज्योतिर्मठ पहुंच गए हैं, एक शव अभी माणा क्षेत्र में है, उसे भी हेलीकॉप्टर से लाने की कार्रवाई की जा रही है।
– संदीप तिवारी, जिलाधिकारी चमोली।