
भोपाल। काली पोस्टर विवाद पर मिर्ची बाबा ने तल्ख टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि ऐसी फिल्म बनाने वालों के सिर काटकर लाने वालों को मैं अपने आश्रम की तरफ से 20 लाख रुपये दूंगा। वैसे मिर्ची बाबा अपने बयानों को लेकर हमेशा विवादों में रहते हैं।
डाक्यूमेंट्री फिल्म काली के पोस्टर को लेकर विवाद जारी है। कांग्रेस का समर्थन करने वाले वैराग्यानंद गिरी महाराज उर्फ मिर्ची बाबा ने विवादित बयान दिया है। मिर्ची बाबा ने नोेएडा में मीडिया से कहा कि काली मां का जो पोस्टर बनाया है, उसमें मां को अपमानित किया गया है। ऐसे निर्देशकों व निर्माताओं के सिर काटकर लाने वालों को अपने आश्रम की तरफ से 20 लाख रुपये दूंगा।
मिर्ची बाबा ने कहा कि कानून सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। पहले आश्रम फिल्म बनाई थी, उसमें संतों का मजाक उड़ाया गया। इसके बाद कई ऐसी फिल्में बनाईं गईं, जिनमें देवी-देवताओं का अपमान किया गया। मिर्ची बाबा 2019 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह की जीत के लिए पांच क्विंटल लाल मिर्च का हवन करने के कारण चर्चा में आए थे। इसके साथ उन्होंने कहा था कि यदि दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं जीते तो वह जलसमाधि ले लेंगे, हालांकि दिग्विजय सिंह चुनाव हार गये थे।
काली पोस्टर विवाद के बीच फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलई ने एक बार फिर ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘जब मैं काली को धारण करती हूं, तो मैं स्वयं काली हूं। मेरी काली हिंदुत्व को नाश करने वाली है।’
टोरंटो के म्यूजियम में मांगी थी माफी
लीना पर हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में समूचे भारत में कई केस दर्ज हुए हैं। वहीं टोरंटो के उस म्यूजियम ने भी माफी मांगी है, जिसमें इस पोस्टर को लांच किया गया था। इसके साथ ही इस फिल्म को लिस्ट से भी हटा दिया गया है।