मुझे पीटा तो मैंने लोगों को रौंद डाला: ड्राइवर

कानपुर। घंटाघर पुल से उतरते समय बेकाबू ई-बस के ड्राइवर ने रविवार रात टाटमिल चौराहे तक जमकर तबाही मचाई थी। जो भी सामने आया, गलत दिशा में दौड़ रही बस ने उसे कुचल दिया था। हादसे में छह लोगों की जान चली गई और नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। ई-बस चालक सतेंद्र सिंह यादव से पुलिस ने कई घंटे पूछताछ की। मंगलवार सुबह जेल जाने से पहले उसने कहा कि मैंने शराब पी रखी थी। कुछ लोगों ने मुझे पीटा था। मुझे समझ ही नहीं आया कि हो क्या रहा है। इसलिए डर के मारे वहां से भाग गया। दरअसल, सतेंद्र जब यात्रियों को लेकर रामादेवी से घंटाघर की तरफ रवाना हुआ तभी लग गया था कि वह भयंकर नशे में था। जब वो गलत तरीके से बस चला रहा था तो कई यात्री उतर गए थे।
सिर्फ 30 सेकेंड, और मच गया कोहराम
सबसे पहले रिक्शे को टक्कर मारने के बाद डिवाइडर से टकराकर कार समेत और कई वाहनों से टकराते हुए पुलिस बूथ और डंपर को टक्कर मारकर रुकी थी। इन 30 सेकेंड में छह लाशें बिछ गईं और नौ लोग जिंदगी और मौत से अभी भी जूझ रहे हैं। शासन की जांच कमेटी व पुलिस कमिश्नरी की एसआईटी ने फुटेज को कब्जे में ले लिया है। ई-बस हादसे के मामले में अब तक ये जानकारी हो रही थी कि बस ने सबसे पहले स्विफ्ट कार में टक्कर मारी लेकिन मंगलवार को जब बस में लगे कैमरों के फुटेज सामने आए तो नया तथ्य उजागर हुआ।