
देहरादून। पूरे देश में कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए हर कोई भयातुर है। उत्तराखंड ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना बढ़ने की आशंका को देखते हुए शासन भी सक्रिय नजर आ रहा है। गांवों को कोरोना से बचाने के लिए अब ग्राम प्रधानों को कोरोना से निपटने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जानी तय है। इस संबंध में शासन ने सभी जिलाधिकारियों को आदेश भी जारी कर दिए हैं। जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि गांव में आने वाले प्रवासियों और उनके स्वास्थ्य से संबंधित सूचनाएं ग्राम प्रधानों के माध्यम से इकट्ठी कराई जाएं।
पहली और दूसरी लहर को ध्यान में रखते हुए इस बार प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों में समय रहते कदम उठाने का बीड़ा उठाया है। पिछली बार की तरह इस बार भी गांवों में कोरोना से निबटने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों को सौंपी जाएगी। संयुक्त सचिव ओमकार सिंह की ओर से जिलाधिकारियों को संदेश भेजकर आदेश में कहा गया है कि राज्य में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। इस लिहाज से इसमें कोई संदेह नहीं कि आने वाले समय में ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमण बढऩे की आशंका बनी हुई है।