
देहरादून। गैरसैंण ही बनेगी उत्तराखंड की राजधानी बनेगी यह बातें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कही है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को बागेश्वर विधानसभा को वर्चुअल तरीके से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनते ही राजधानी गैरसैंण में बनेगी। बागेश्वर, कौसानी, गरुड़, कपकोट, कांडा, काफलीगैर, दुग नाकुरी, कांडा-कमस्यार की आवाज को मुख्य धारा में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बागेश्वर की धरती कुली बेगार आंदोलन की धरती है।
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उन्होंने कहा कि डबल इंजन की झूठी सरकार को अब सबक सिखाने का समय आ गया है। प्रदेश की जनता परिवर्तन का मूड बना चुकी है। कांग्रेस के कार्यकाल में जो विकास अधूरे पड़े थे वह आज भी पूरे नहीं हो पाए हैं। पूर्व सीएम हरीश रावत ने रविवार को इंटरनेट मीडिया के फेसबुक से विधानसभा बागेश्वर को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उनके मुख्यमंत्रित्वकाल में कपकोट की आपदा के घाव भरे। क्षेत्र में कई तरह के विकास कार्य किए गए। औसतन वार्षिक आमदमनी एक लाख 75 हजार रुपये से पार पहुंचाई।
उत्तराखंड की खेती को बढ़ावा देंगे
हम उत्तराखंड की परंपरागत खेती मंडुवा, झोंगरा, कौणी, गहत को बढ़ावा देंगे। शामा की कीवी के साथ बड़े नीबू को भी खरीदा जाएगा। ‘मेरा गांव मेरी सड़क योजना’ फिर से लाई जाएगी। परंपरागत खेती में बोनस दिया जाएगा।