केदारनाथ धाम सहित ऊंचाई वाले इलाकों में फिर जमकर बर्फबारी
रुद्रप्रयाग/ऊखीमठ। केदार घाटी के हिमालयी क्षेत्रों सहित सीमान्त गांव बर्फबारी की सफेद चादरें ओढ़ चुके हैं। हालांकि शुक्रवार को दिनभर आसमान साफ रहा और अच्छी चटक धूप भी खिली रही, लेकिन फिर भी शनिवार को केदारनाथ में भारी बर्फबारी हो गयी। शीतकाल में बीते नवंबर से अब तक केदारनाथ धाम में कम से कम दस से अधिक बार भारी बर्फबारी हो चुकी है जिससे यहां पर हो रहे सभी पुनर्निर्माण कार्य पिछले ढाई माह से बंद पड़े हैं। इसके साथ ही बिजली, पानी और संचार सेवा भी बर्फबारी के कारण ठप हो गई है। केदारनाथ और गौरीकुंड पैदल मार्ग पर भी जंगलचट्टी तक कम से कम चार से पांच फीट तक बर्फ जम चुकी है।
शनिवार सुबह से ही केदार घाटी के हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गयी थी। तथा दोपहर बाद केदारनाथ, पवालीकांठा, वासुकीताल, मनणामाई तीर्थ, शीला समुन्द्र, मद्महेश्वर, पाण्डव सेरा, नन्दीकुण्ड, विसुणीताल, तुंगनाथ, चोपता, दुगलबिट्टा, कार्तिक स्वामी, देवरिया ताल के भूभाग बर्फबारी से लबालब हो गए।
केदारनाथ धाम में 10 फ़ीट तक बर्फ़ जम चुकी है। यहां पिछले दिनों भी लगातार बर्फ़बारी हुई है। जिले में दिनभर बारिश हुई। जिला आपदा की दृष्टि से संवेदनशील होने के चलते किस घटना के लिए आपदा प्रबंध मदद के लिए तैयार है।
नंदन सिंह रजवार, आपदा प्रबंधन अधिकारी