
देहरादून, 11 अगस्त। आरामदायक यात्रा की चाह रखने वाले लंबी दूरी के यात्रियों के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम पहली बार वातानुकूलित (एसी) स्लीपर कोच बसों का संचालन करने जा रहा है। इनमें यात्री आराम से लेटकर सोते हुए यात्रा कर सकेंगे।
पहले चरण में छह एसी स्लीपर कोच बसों का अनुबंध किया जा रहा, जिनमें चार बसें देहरादून से कानपुर व जयपुर जबकि दो बसें हल्द्वानी से जयपुर के लिए संचालित होंगी। इसके अतिरिक्त दिल्ली, आगरा, फरीदाबाद, गुरुग्राम व लखनऊ के लिए परिवहन निगम एसी डीलक्स बसों का संचालन करेगा। टू-बाई-टू सीट वाली इन बसों का किराया वॉल्वो बस के मुकाबले कम रहेगा, जिससे यात्रियों को राहत मिलेगी। परिवहन निगम इस बसों के माध्यम से निजी डग्गामार बसों के ‘मकड़जाल’ को तोड़ने की कसरत कर रहा है।
छह एसी स्लीपर बस का अनुबंध कर रहा परिवहन निगम
वर्तमान में परिवहन निगम केवल दिल्ली, गुरुग्राम, चडीगढ़ व कटरा मार्ग पर सुपर डीलक्स वोल्वो बसों का संचालन कर रहा है। इन बसों का किराया साधारण बसों की तुलना में ढाई से तीन गुना अधिक है। पहले निगम जनरथ एसी (थ्री-बाई-टू सीटर) बसों का संचालन भी दिल्ली मार्ग पर कर रहा था, लेकिन करीब पांच साल पूर्व अनुबंध खत्म होने पर इनका संचालन बंद हो गया।
ऐसे में उन यात्रियों को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की एसी जनरथ बसों में यात्रा करनी पड़ रही है, जो साधारण बस से नहीं जाना चाहते और वॉल्वो का किराया उनकी जेब को अधिक भारी लगता है। यही नहीं, वर्तमान में देहरादून से लखनऊ, कानपुर, लखीमपुर, बरेली, दिल्ली समेत गुरुग्राम, जयपुर, आगरा, कटरा, अमृतसर आदि के लिए निजी डग्गामार बसों का संचालन भी काफी हो रहा है।
दिल्ली के लिए चलाई जाएंगी एसी डीलक्स बसें
यह बसें एसी व डीलक्स स्लीपर कोच होती हैं और इनका किराया परिवहन निगम की बसों के मुकाबले काफी कम होता है। ऐसे में यात्री इन बसों में अधिक रूचि ले रहे हैं। लगातार घट रही यात्री संख्या को देखते हुए और आर्थिक घाटे काे कम करने के लिए परिवहन निगम ने भी एसी स्लीपर कोच और एसी डीलक्स बसें संचालित करने की तैयारी की है। इसी क्रम में परिवहन निगम ने पहले चरण में 18 बसें अनुबंध पर लेने के टेंडर निकाले हैं। जिसके लिए जल्द प्रक्रिया पूर्ण होने का दावा किया जा रहा।
प्रारंभिक चरण में 18 बसों को अनुबंध पर लेने के टेंडर निकाले गए हैं। इनमें छह एसी स्लीपर जबकि बाकी 12 एसी डीलक्स बसें हैं। स्लीपर बसें जयपुर व कानपुर के लिए जबकि एसी बसें दिल्ली, आगरा व अन्य शहरों के लिए संचालित की जाएंगी। बसों के परिणाम बेहतर आए तो इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।
– पवन मेहरा, महाप्रबंधक (संचालन), उत्तराखंड परिवहन निगम