करोड़ों दिलों पर राज करने वाली सुरीली आवाज हमेशा के लिए खामोश

कोलकाता। करोड़ों दिलों पर राज करने वाली सुरीली आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गयी। 23 अगस्त 1968 को दिल्ली में जन्मे बालीवुड के मशहूर प्लेबैक सिंगर केके नाम से मशहूर कृष्णकुमार कुन्नाथ का 53 साल में कोलकाता में लाइव प्रदर्शन के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
करोड़ों दिलों पर राज करने वाले केके ने हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, मराठी, बंगाली, गुजराती फिल्मों के लिए भी गाने गाए। केके ने अपनी स्कूली पढ़ाई दिल्ली के माउंट सेंट मेरी स्कूल, ग्रेजुएशन किरोड़ीमल कालेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी से किया था।
पल म्यूजिक एलबम से करियर की शुरुआत
1999 में क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय टीम को सपोर्ट करने के लिए उन्होंने ‘जोश ऑफ इंडिया’ गाना गाया था। इसके बाद केके ने म्यूजिक एलबम ‘पल’ से बतौर गायक अपने करियर की शुरुआत की।
पीएम मोदी ने जताया शोक
कृष्णकुमार कुन्नाथ के निधन पर पीएम मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि ‘केके के नाम से प्रसिद्ध गायक कृष्णकुमार कुन्नाथ के असामयिक निधन से दुखी हूं। उनके गीतों ने भावनाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को दर्शाया, जो सभी आयु वर्ग के लोगों के साथ जुड़ा हुआ था। हम उन्हें उनके गानों के जरिए हमेशा याद रखेंगे। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति।’
‘तड़प तड़प’ गाने से मिला बड़ा ब्रेक
बालीवुड में केके को फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ के गाने ‘तड़प तड़प’ से ब्रेक मिला। हालांकि उनका डेब्यू फिल्म ‘माचिस’ में ‘छोड़ आए हम’ था इसमें उन्होंने दो लाइनें ही गाई हैं। उनके मुख्य गानों में ‘यारों’, ‘पल’, ‘कोई कहे कहता रहे’, ‘मैंने दिल से कहा’, ‘आवारापन बंजारापन’, ‘दस बहाने’, ‘अजब सी’, ‘खुदा जाने’ और ‘दिल इबादत’, ‘तू ही मेरी शब है’ जैसे गाने शामिल हैं। केके ने अपने बचपन के प्यार ज्योति कृष्णा से शादी की है। उनके दो बच्चे हैं।