देहरादून। प्रदेश में आने वाले समय में बिजली चोरी रोकने के प्रयास में जुटा यूपीसीएल अब विद्युत चोरी वाले इलाकों में बिजली लाइनों को भूमिगत करने की योजना पर काम कर रहा है। प्रदेश में आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा बिजली लाइनें भूमिगत कर दी जाएंगी।
यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार ने बताया कि प्रदेश में बिजली चोरी रोकना सबसे बड़ा काम है। कई इलाके हैं जहां हमारे लिए बिजली चोरी को रोकना सबसे बड़ी चुनौती है। बिजली चोरी वाले इलाकों में यूपीसीएल की टीमें जब छापा मारती हैं उन्हें बैरंग लौटना पड़ता है। कई इलाके तो ऐसे भी हैं जहां लोग बिजली का बिल भी नहीं दे रहे हैं। इन इलाकों में अंडरग्राउंड लाइनें बिछाने से निश्चित तौर पर बिजली चोरी की घटनाओं में लगाम लगेगी।
बिजली चोरी वाली जगहों पर लगेंगे स्मार्ट प्रीपेड मीटर
अंडरग्राउंड बिजली केबिल बिछाने के अलावा प्रदेश में 16 लाख घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम भी शुरू होने वाला है। ऐसे कई शहर और गांव हैं जो चोरी-छिपे बिजली का इस्तेमाल करते हैं। इन सभी जगहों पर सबसे पहले स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने से बिजली चोरी को कंट्रोल किया जाएगा। चूंकि मीटर प्रीपेड होंगे, इसलिए अगर कोई उपभोक्ता बिजली बिल का भुगतान नहीं करेगा तो उसका कनेक्शन काट दिया जायेगा। यूपीसीएल का मुख्य काम किसी भी तरह बिजली चोरी को रोकना है।
केदारनाथ में बिछी हैं भूमिगत लाइनें
केदारनाथधाम में निर्बाध बिजली सप्लाई के लिए यूपीसीएल ने भूमिगत लाइनें बिछाई हैं। इसके साथ ही टावर पर लाइन बिछाई है। सोनप्रयाग में 33 केवी सब स्टेशन भी स्थापित किया गया है।
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