
गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे सिपाहियों पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपी अहमद मुर्तजा पर दो केस दर्ज किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक सिपाही ने तहरीर में लिखा कि एक युवक मंदिर में सिपाहियों पर धारदार हथियार से हमला करने लगा। इस दौरान वह धार्मिक नारे भी लगा रहा था। पुलिस ने इसी तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया है। आर्म्स एक्ट का मामला भी दर्ज किया गया है।
बताया जा रहा है कि मुर्तजा एटीएस के रडार पर पहले से ही था। शनिवार को लखनऊ कि नंबर प्लेट लगी बाइक से दो लोग मुर्तजा के घर आए थे। करीब एक घंटा बात करने के बाद मुर्तजा घर से लापता हो गया। पुलिस को एक बात साफ नजर आ रही है कि हमलावर सिरफिरा नहीं, बल्कि कोई बड़ी साजिश को अंजाम देना चाहता था। जांच एजेंसियां भी अभी इस मामले में खुलकर सामने नहीं आ रही हैं। घायल जवान पर मुर्तजा ने धारदार हथियार से कई वार किए। गोपाल को 40 टांके लगे हैं।
जांच के दौरान मुर्तजा के कमरे से अरबी भाषा में लिखी एक किताब मिली है। किताब कैसे, और कहां से खरीदी गई, इसकी जांच की जा रही है। मानसिक रोग विशेषज्ञों का कहना वह मानसिक रूप से बिल्कुल स्वस्थ है। एसटीएफ की दो टीमें महराजगंज, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर में मुर्तजा के करीबियों के बारे में सुराग मिला है, जांच टीमें इसी वजह से वहां गई हैं। पुलिस को नेपाल के मदरसों में मुर्तजा जाने का अंदेशा है।
आरोपी के खिलाफ गोरखनाथ थाने में गंभीर धाराओं में दो केस दर्ज हैं। पूछताछ के आधार जो तथ्य सामने आए हैं, उसके सत्यापन के लिए पुलिस जांच कर रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस के अलावा एटीएस व एसटीएफ की टीमें भी जांच में लगी हैं। डा. विपिन ताड़ा, एसएसपी