
सल्ट (अल्मोड़ा)। कार्बेट टाइगर रिजर्व व कालागढ़ रेंज से लगे क्षेत्र में बाघ ने एक और महिला को मार डाला है। मृतक का शव मरचूला धूमाकोट रोड पर बरामद हुआ है। डीएफओ ने मौके पर विभागीय टीम जांच के लिए भेज दी है। डेढ़महीने में बाघ की यह दूसरी घटना है, जिससे क्षेत्र के लोगों में दहशत मची हुई है।
झड़गांव निवासी 65 वर्षीय परीदेवी पत्नी स्व. केशवदत्त शुक्रवार को लकड़ियां लेने के कालागढ़ रेंड से सटे जंगल गयी थी। जब वह शाम तक वापस नहीं लौटी, तो परिवार के लोगों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर उनकी खोजबीन की, मगर देर रात तक उनका कोई सुराग नहीं मिला। शनिवार सुबह ग्रामीणों ने दोबारा फिर उनकी खोजबीन की। मौके से करीब दो किमी दूर मरचूला से पौड़ी धूमाकोट रोड पर जंगल में परीदेवी का शव बरामद हुआ है। वन विभाग को इसकी सूचना दे दी गयी है।
पिछले एक मार्च को भी झड़गांव से लगे कूंपी गांव की 59 वर्षीय गुड्डी देवी को बाघ ने मार डाला था। वन विभाग के लोग तभी से लगातार कांबिंग कर रहे हैं, मगर आदमखोर बाघ को नहीं पकड़ सके हैं। डीएफओ की संस्तुति पर वन्य जीव प्रतिपालक ने बाघ प्रभावित इलाके में हिंसक वन्यजीव से निपटने को शिकारियों की तैनाती की भी हरी झंडी दी जा चुकी है। 11 मार्च को एक बाघ पिंचरे में आया था, मगर वही आदमखोर था, इस पर सस्पेंस है। डीएफओ ने क्षेत्र में अब कांबिंग और तेज कर दी है।
क्षेत्रवासियों के अनुसार परीदेवी रोजाना जंगल में लकड़ियां इकट्ठा करने जाती थीं। लकड़ी बाजार में बेचकर वह अपना गुजर-बसर करती थी। परीदेवी को बाघ ने मारा या गुलदार ने, जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि यह क्षेत्र कार्बेट टाइगर रिजर्व व कालागढ़ रेंज से लगा होने के कारण बाघ के हमले का ही अंदेशा है।