चारधाम यात्रा नियमों में कुछ बदलाव, श्रद्धालु कृपया ध्यान दें!
देहरादून। चारधाम यात्रा नियमों में कुछ बदलाव किए गये हैं। इनकी जानकारी होने से सभी श्रद्धालु आने वाले दिनों में होने वाली परेशानी से बच जाएंगे। मुख्यमंत्री धामी ने भी सभी श्रद्धालुओं से अपील की है। वहीं, सरकार ने यात्रियों से अपील की है कि वे पंजीकरण और रहने व दर्शन की व्यवस्था किए बिना यात्रा शुरू न करें। चारधाम यात्रा को सुचारू बनाने के लिए इसमें आने वाले यात्रियों के लिए कुछ नियम बनाए गये हैं, जो इस प्रकार हैं-
चारधाम यात्रा नियमों के तहत अब बिना पंजीकरण यात्री चारधाम यात्रा नहीं जा पाएगा। उत्तराखंडवासियों पर भी यह व्यवस्था लागू हो गयी है, जबकि पहले प्रदेशवासियों को पंजीकरण आवश्यक नहीं था। इसकी जांच यात्रा मार्ग पर जगह-जगह पुलिस चौकियों पर होगी। इसलिए अब सभी यात्री अपना पंजीकरण https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ पर जरूर करवाएं। वर्तमान में चारधाम यात्रा मार्ग के 18 स्थानों पर आफलाइन आनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई है।
यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हए श्रद्धालुओं की संख्या एक-एक हजार बढ़ा दी गयी है। यह आदेश मंगलवार से लागू हो गया है। अब बदरीनाथ में 16,000, केदारनाथ में 13,000, गंगोत्री में 8,000 और यमुनोत्री में 5,000 दर्शनार्थियों की संख्या तय कर दी गयी है। केदारनाथधाम में दर्शन का समय अब सुबह चार बजे से दोपहर तीन बजे और फिर शाम चार बजे से रात 10.30 बजे तक नियत किया गया है।
वहीं यात्रा के शुरुआती दिनों में ही 22 तीर्थयात्रियों की मौत के बाद व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं, जिसे लेकर स्वास्थ्य महकमे ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। जिसमें विशेषकर वरिष्ठ नागरिक, कोमर्बिडिटी (एक से अधिक बीमारियों से ग्रसित) अथवा कोविड से प्रभावित यात्रियों को यात्रा शुरू करने से पूर्व नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराए जाने पर बल दिया गया है। कहा गया है कि सुगम एवं सुरक्षित यात्रा के लिए यात्री एहतियात बरतें।