कानपुर बवाल में चले सैकड़ों पेट्रोल बम, मुख्य आरोपी हयात जफर फरार
लखनऊ। कानपुर बवाल में सैकड़ों पेट्रोल बम चले। शुक्रवार को राष्ट्रपति कोविंद तथा प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में उपद्रव के मामले में पापुलर फ्रंट आफ इंडिया का भी कनेक्शन होने की आशंका है। बाजार बंदी की आड़ में हजारों लोग जुटाए गये। साजिश रचकर बवाल कराया गया। जबर्दस्ती दुकानें बंद कराईं गयीं।
भाजपा प्रवक्ता के बयान के बाद शुरू हुई साजिश
भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान के बाद से ही साजिश रचनी शुरू हो गयी थी। इलाकों में बाकायदा पोस्टर चिपकाए के साथ साथ पर्चे बांटे गए, जिसमें तीन तारीख को आह्वान किया गया था। तमाम पोस्टर बेकनगंज, चमनगंज, अनवरगंज समेत इलाकों में चस्पा किए गए थे, जिसमें तीन तारीख को बंदी का आह्वान किया गया था। इसके लिए वीडियो मैसेज भी जारी किए गये। भाजपा प्रवक्ता के बयान आने के बाद तीन जून के बाद हयात जफर हाशमी ने बाजार बंद का ऐलान किया था।
मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी फरार
कानपुर बवाल में हयात जफर हाशमी का नाम सामने आया है। मगर पुलिस अफसरों का कहना है कि इसके पीछे कहीं न कहीं कई और लोग भी शामिल हैं। जो भीड़ जुटाने से लेकर बवाल कराने तक में शामिल रहे हैं। पुलिस ऐसे लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है। खुफिया भी अपने स्तर से ऐसे लोगों को चिह्नित करने का प्रयास कर रही है। पुलिस के कई अन्य विंग ने भी गोपनीय तरीके से जांच शुरू कर दी है।
शहर काजी बोले, एकतरफा कार्रवाई से बचे प्रशासन
घटनास्थल पर पहुंचे शहरकाजी हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादी और शहरकाजी मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही ने लोगों को समझाने की कोशिश की। प्रशासन से आग्रह किया है कि एकतरफा कार्रवाई न हो और कोशिश शहर का माहौल बेहतर करने की होनी चाहिए। अगर समय रहते नूपुर शर्मा को गिरफ्तार किया जाता तो शायद इसका विरोध भी न होता।