नई दिल्ली। नूपुर शर्मा प्रकरण में पाकिस्तान ने सुनियोजित दुष्प्रचार अभियान छेड़ रखा है, जिसमें सऊदी अरब से लेकर अमेरिका तक हजारों लोग शामिल थे। पाकिस्तानी पैगंबर मोहम्मद साहब पर भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की अवांछित टिप्पणी को न केवल तोड़मरोड़ कर पेश कर रहे थे, बल्कि आधारहीन झूठी जानकारी भी फैला रहे थे।
दुष्प्रचार में विदेशी ही नहीं भारतीय भी शामिल
इसमें हैरानी की कोई बात नहीं कि नूपुर प्रकरण पर पाक ने भारत के खिलाफ बड़े पैमाने पर इस्लामिक देशों में माहौल बनाया जिसके कारण उन्होंने हमारे राजदूतों को तलब कर नाराजगी प्रकट की। इस दुष्प्रचार का पता डिजिटल फोरेंसिक रिसर्च एंड एनालिसिस सेंटर की ओर से की गई खोजबीन से चला है। इस सेंटर के अनुसार केवल ट्विटर पर हजारों पाकिस्तानी भारत के खिलाफ माहौल बनाने में लगे रहे। सबसे अधिक चौंकाने वाला तथ्य यह रहा कि भारत को बदनाम करने और मुस्लिम देशों में भारतीय वस्तुओं का बहिष्कार करने के इस सुनियोजित और शरारती अभियान में हजारों भारतीय भी शामिल थे।
ट्विटर और फेसबुक को औकात बताने का समय
भारत को ट्विटर और फेसबुक जैसे प्लेटफार्म को चेताना होगा कि यदि उन्हें भारत में रहकर अपना कारोबार करना है तो भारत विरोधी तत्वों को संरक्षण देना बंद करना होगा। यह विचित्र बात है कि ट्विटर की मनमानी पर अभी तक कोई लगाम नहीं लग सकी है। इस प्लेटफार्म पर आए दिन आपत्तिजनक और अश्लील हैशटैग ट्रेंड होते रहते हैं। सरकार और उसकी एजेंसियों को सजग होना होगा क्योंकि जैसा दुष्प्रचार नूपुर प्रकरण में छेड़ा गया, वैसा ही नागरिकता संशोधन कानून को लेकर छेड़ा गया था और फिर उसके बाद तथाकथित किसान आंदोलन के दौरान भी।