
देहरादून। पेट्रोल-डीजल की किल्लत की अफवाह को लेकर रात 12 बजे तक आधा शहर पेट्रोल पंपों पर उमड़ पड़ा, लेकिन पेट्रोल नहीं मिला। लोगों को जहां भी कोई पेट्रोल पंप खुला दिखा वहीं लाइन में खड़ा हो गया। कई जगह हालात बेकाबू होने पर पुलिस को स्थिति नियंत्रित करनी पड़ी।
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन के पेट्रोल पंपों पर बीते चार दिनों से ईंधन की सप्लाई बाधित है, लेकिन इंडियन आयल और भारतीय पेट्रोलियम पर आपूर्ति के बावजूद भारी भीड़ लगी रही। हालांकि यहां भी केवल प्रीमियम या स्पीड श्रेणी का ही ईंधन दिया जा रहा है।
कहीं ये अफवाह भी उड़ी कि मंगलवार से पेट्रोल पंप संचालक बेमियादी हड़ताल पर जा रहे हैं। हालांकि देर रात जिला पूर्ति अधिकारी और पेट्रोल पंप संचालकों ने हड़ताल जैसी अफवाह का खंडन किया। पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष आशीष मित्तल ने कहा कि वाहन चालकों को किसी भी तरह की समस्या नहीं हो दी जायेगी।
जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी ने जिले में पेट्रोल डीजल की किल्लत नहीं है। पूर्ति अधिकारी के अनुसार डिपो से लगातार आपूर्ति हो रही है। जनता से अपील है कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। अफवाह फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों की ओर से पेट्रोल डीजल किल्लत संबंधी खबरें फैलाई जा रही हैं, जो पूर्ण रूप से निराधार है। हिंदुस्तान पेट्रोल पंपों को छोड़कर बाकी सभी पेट्रोल पंपों पर पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल डीजल उपलब्ध है।
देर रात मुख्यमंत्री कार्यालय तक भी ये सूचना पहुंच गयी। सूत्रों के अनुसार विभागीय अधिकारियों ने इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से दे दिए गये। इस सूचना के बाद देहरादून और हरिद्वार जिला प्रशासन हरकत में आया। आज से शुरू हो रहे विधानसभा के बजट सत्र को देखते हुए सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है।
पेट्रोल पंपों पर जिस तरह सोमवार रात 12 बजे के बाद तक भीड़ जुटी, उसे सिर्फ अफवाह नहीं कहा जा सकता। भले ही पुलिस, प्रशासन, आपूर्ति विभाग और पेट्रोल पंप संचालक इसे कोरी अफवाह ही कहें, लेकिन इसमें किसी साजिश से इनकार नहीं किया सकता।