
देहरादून, 3 नवंबर। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक वर्ल्ड कप जीत के बाद देशभर में खुशी की लहर है, और देहरादून की बेटी स्नेह राणा ने इस गौरव में अपना विशेष योगदान दिया है। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी की छात्रा स्नेह राणा ने ऑनलाइन माध्यम से विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं से बातचीत की और सफलता के अपने अनुभव साझा किए। विश्वविद्यालय परिसर में उनकी इस उपलब्धि का जश्न उत्साह और गर्व के साथ मनाया गया।
असम्भव कुछ भी नहीं, निरन्तर परिश्रम जरूरी
स्नेह राणा ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए सबसे जरूरी है काम को पूरे दिल से करना। उन्होंने कहा कि अगर आप सच में मेहनत करते हैं, तो सफलता निश्चित रूप से आपके कदम चूमती है। स्नेह राणा ने युवाओं को यह संदेश दिया कि असंभव कुछ भी नहीं होता, बस खुद पर विश्वास और निरंतर परिश्रम आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी कभी उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए। जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन वही व्यक्ति आगे बढ़ता है जो धैर्य बनाए रखता है। स्नेह ने कहा कि हर परिस्थिति में सकारात्मक सोच रखना और मन लगाकर प्रयास करना ही असली जीत की कुंजी है।
ध्यान और संकल्प उनके जीवन का अहम हिस्सा
क्रिकेटर स्नेह राणा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि ध्यान और संकल्प उनके जीवन का अहम हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि इन दोनों ने उन्हें आत्मविश्वास और एकाग्रता दी, जिससे वह अपने लक्ष्यों को हासिल कर पाईं। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि चमत्कार तभी होते हैं जब मेहनत और जुनून साथ चलते हैं। कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने स्नेह राणा से उनके खेल जीवन, प्रेरणाओं और संघर्षों से जुड़े कई सवाल पूछे। स्नेह ने सभी के प्रश्नों का धैर्यपूर्वक उत्तर दिया और छात्रों को प्रेरित किया कि वे अपने सपनों पर ध्यान केंद्रित करें और पूरी निष्ठा से आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि लक्ष्य जितना बड़ा होगा, उतनी ही गहरी मेहनत करनी होगी।
ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में इस अवसर पर जश्न का माहौल था। छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने मिलकर एक विशाल केक काटा और टीम इंडिया की जीत के साथ स्नेह की उपलब्धि पर खुशी मनाई। बीटेक ऑडिटोरियम में बड़ी स्क्रीन पर लाइव वीडियो कॉल के जरिए स्नेह राणा ने सबको संबोधित किया। देहरादून के सिनोला क्षेत्र की रहने वाली स्नेह राणा फिलहाल ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी से ऑनलाइन एमबीए कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पढ़ाई और खेल को संतुलित करना आसान नहीं था, लेकिन सही समय-प्रबंधन और अनुशासन ने उन्हें यह संभव बनाया।
विवि के चेयरमैन कमल घनशाला ने उन्हें बधाई दी
विश्वविद्यालय के चेयरमैन डॉ. कमल घनशाला ने स्नेह राणा को बधाई देते हुए कहा कि उनकी सफलता पूरे देश के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि स्नेह राणा न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे भारत की बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। डॉ. घनशाला ने यह भी बताया कि स्नेह जल्द ही विश्वविद्यालय आएंगी और उनके स्वागत की तैयारियां जोरों पर हैं। उन्होंने याद दिलाया कि स्नेह राणा पहले भी महिला वनडे सीरीज़ में 15 विकेट लेकर दुनिया भर में अपनी पहचान बना चुकी हैं। उनकी मेहनत, अनुशासन और लगन आने वाली पीढ़ी के लिए मिसाल है। डॉ. घनशाला ने भरोसा जताया कि स्नेह आने वाले वर्षों में क्रिकेट जगत में और भी ऊंचाइयां छुएंगी।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी प्रो-वाइस चांसलर डॉ. संतोष एस सर्राफ, डॉ. डी.आर. गंगोडकर, डॉ. सुभाष गुप्ता, साहिब सबलोक, अखिल नेगी सहित कई शिक्षक और छात्र उपस्थित रहे। पूरे समारोह का माहौल गर्व और उत्साह से भरा हुआ था, जहां हर किसी के चेहरे पर एक ही भावना थी- “स्नेह राणा, तुमने देश का मान बढ़ाया!”



