नशा मुक्ति केंद्र बना हैवानियत का अड्डा, महिला आयोग ने लिया संज्ञान

ऋषिकेश। नशा मुक्ति केंद्र ऋषिकेश हैवानियत का अड्डा बन गया है। तीर्थनगरी ऋषिकेश में संचालित नशा मुक्ति केंद्र में हरिद्वार की एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। युवती की तहरीर पर पुलिस ने रुड़की निवासी आरोपी युवक को गिरफ्तार कर नशा मुक्ति केंद्र की संचालिका को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
रुड़की निवासी युवती ने कोतवाली में तहरीर में बताया कि कुछ समय पहले हन्नी शर्मा निवासी रामनगर से उसकी मुलाकात हुई। हन्नी शर्मा आवास विकास कालोनी में संचालित नशा मुक्ति केंद्र में काम करता है। आरोप है कि इसी कर्मचारी ने युवती को 2019 में नशा मुक्ति केंद्र भर्ती किया था और जब वह स्वस्थ हो गयी तो उसको वहीं काम पर रखवा लिया। युवती और आरोपी दोनों रुड़की के ही रहने वाले हैं।
कोल्ड ड्रिंक में पिलाया नशीला पदार्थ
युवती का आरोप है कि दो माह पूर्व हन्नी शर्मा ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर केंद्र के एक कमरे में उसके साथ दुष्कर्म किया और उसकी अश्लील फोटो, वीडियो होने की बात बताकर मुंह बंद रखने की धमकी दी। इसके बाद युवती नशा मुक्ति केंद्र को छोड़कर अपने घर चली गयी। युवती ने बताया कि इस घटना में हन्नी शर्मा का एक दोस्त भी शामिल है। कोतवाली प्रभारी रवि सैनी ने बताया कि मामले में तहरीर के आधार पर हन्नी शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उसके दोस्त के भूमिका की जांच की जा रही है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। आज न्यायालय में बयान दर्ज कराये जायेंगे।
महिला आयोग ने दिये जांच के आदेश
नशा मुक्ति केंद्र ऋषिकेश में महिला कर्मचारी के साथ दुष्कर्म के मामले का उत्तराखंड महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने डीआईजी पी रेणुका देवी को जांच के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि देहरादून से विशेषज्ञों की टीम बुलाकर नशा मुक्ति केंद्र में रह रही अन्य युवतियों की भी काउंसलिंग करायी जायेगी। नशा मुक्ति केंद्र की जांच की जायेगी। उन्होंने कहा कि वह स्वयं वहां जाकर जांच करेंगी और वहां मौजूद युवतियों से भी बातचीत करेंगी।