देहरादून। भानियावाला सहकारी समिति में 30 लाख से अधिक के गबन का मामला सामने आया है। अभी तो शुरुआत में 16-17 खातों की ही जांच हो पाई है, जबकि अभी 600 खातों की जांच होनी है। जब 16-17 खातों में 30 लाख का गबन पकड़ा गया है तो 600 खातों की जांच में क्या हाल होंगे, इसका तो अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता।
एडीओ सहकारिता डोईवाला ब्लाक प्रेम कुमार ने भानियावाला सहकारी समिति के कर्मचारियों से कागज दिखाने को कहा। कर्मचारियों के ना-नुकुर करने पर उन्हें दाल में काला लगा। अब सवाल यह है कि दिसंबर 2021 से पहले एडीओ सहकारिता डोईवाला ब्लाक और सुपरवाइजर ने भानियावाला समिति का निरीक्षण क्यों नहीं किया?
प्रारंभिक जांच के बाद समिति के वसूली सहायक को किनारे लगा दिया गया है। साधन सहकारी सचिव व अन्य कर्मचारी सहित डिस्ट्रिक कोआपरेटिव बैंक डोईवाला शाखा के मैनेजर और कर्मचारी भी संदेह के घेरे में हैं।
सहकारी समिति माजरी, भानियावाला में निरीक्षण के दौरान दो किसानों ने अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। इनका कहना था कि उन्होंने एक लाख उधार लिया, लेकिन उनकी देनदारी दो लाख बताई जा रही है। मामला गंभीर होने पर सचिव ने जिला सहायक निबंधक देहरादून वीरभान सिंह की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर जांच सौंपी।
कर्मचारियों की मिलीभगत
बैंक से सोसाइटी के खातों का मिलान किया जा रहा है। समिति के पास 600 से अधिक खाते हैं। जरूरत पड़ी तो सभी खातों की जांच की जायेगी। कर्मचारियों की मिलीभगत से किसानों को चूना लगाया जा रहा था।
वीरभान सिंह, जिला सहायक निबंधक एवं जांच कमेटी के अध्यक्ष
बहुद्देशीय सहकारी समिति माजरी, भानियावाली में गड़बड़ी की जांच की जा रही है। अधिकारियों को पहले ही हर पांच सहकारी समितियों से संपर्क करने को कहा गया था। इस तरह की शिकायतें जहां से आएंगे, वहां जांच करायी जायेगी।
बीवीआरसी पुरुषोत्तम, सचिव सहकारिता