राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा ने द्रोपदी मुर्मू तो विपक्षियों ने यशवंत सिन्हा को बनाया प्रत्याशी
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा गठबंधन ने झारखंड की आदिवासी नेता द्रोपदी मुर्मू (64) को राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी तरफ से उम्मीदवार बनाया है तो इससे पहले 17 विपक्षी दलों ने शरद पंवार की अगुवाई में तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार घोषित किया था। 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होना है। वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी। नामांकन की अंतिम तिथि 29 जून है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पीएम मोदी की मौजूदगी में बैठक के बाद ओडिशा की आदिवासी नेता द्रोपदी मुर्मू को राष्ट्रपति के चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी बनाया है। द्रोपदी मुर्मू देशके सबसे बड़े आदिवासी समुदाय संथाल से हैं। द्रोपदी मुर्मू झारखंड की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल भी रह चुकी हैं।
इससे पहले शरद पंवार की अगुवाई में हुई बैठक में भाजपा के पूर्व नेता और अब तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने अपना प्रत्याशी बनाया है। बैठक में टीएमसी, राकांपा, माकपा, भाकपा, सपा, नेशनल कांफ्रेंस, एआईएमआईएम, राजद व एआईयूडीएफ ने हिस्सा लिया। टीआरएस, बीजद, आप, अकाली दल और वाईएसआरसीपी पहले की तरह बैठक से दूरी बनाए रखी।
द्रोपदी मुर्मू:- ओडिशा में जन्म हुआ। राजनीतिक जीवन की शुरुआत पार्षद के रूप में की। 2000 में पहली बार विधायक बनी। भाजपा बीजद सरकार में दो बार मंत्री। झारखंड की पहली महिला राज्यपाल रहीं। मुर्मू अगर चुनाव जीतती हैं तो वे राष्ट्रपति बनने वाली पहली आदिवासी महिला होंगी। उनसे पहले नीलम संजीव रेड्डी सबसे युवा राष्ट्रपति रहे थे।
यशवंत सिन्हा:- पूर्व आईएएस अधिकारी रह चुके हैं। अटल बिहारी बाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे। 2018 में भाजपा पार्टी छोड़कर टीएमसी के उपाध्यक्ष रहे। यशवंत सिन्हा के बेटा जयंत सिन्हा भाजपा के सांसद हैं। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का कार्यकर्ता और हजारीबाग से सांसद हूं। मैं अपनी जिम्मेदारी समझता हूं और उनका निर्वहन करूंगा।