
बीरोंखाल। बीरोंखाल ब्लाक के बवांसा गांव में पागल कुत्ते के काटने से एक व्यक्ति ने दो माह बाद दम तोड़ दिया। इस घटना से गांव में दहशत व्याप्त है, क्योंकि मृतक के संपर्क में आए सभी ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर टीकाकरण करा रहे हैं। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। मृतक के परिजनों की तैयार की जा रही है। उनका भी टीकाकरण किया जायेगा।
बवांसा गांव में पिछले 24 अप्रैल को एक पागल कुत्ते ने 5 गांववालों को काट दिया था, जिसमें दिलवर सिंह (50) पुत्र गोविंद सिंह भी शामिल थे। उस समय गांव वालों ने कुत्ते को पकड़कर मार दिया था। दिलवर सिंह को छोड़कर बाकी चार लोग अस्पताल में जाकर एंटी रेबीज के टीके लगा आए थे। दिलवर सिंह का कहना था कि पागल कुत्ता उन पर झपटा था, लेकिन उनके शरीर पर कुत्ते के काटने के कोई निशान नहीं थे।
अचानक दिलवर सिंह के व्यवहार में परिवर्तन आने लगा। परिजन उन्हें हल्द्वानी अस्पताल ले गये। चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए दिल्ली के लिए रेफर कर दिया था। दिल्ली के चिकित्सकों ने परिजनों को बताया कि रेबीज उनके पूरे शरीर में फैल चुकी है। डाक्टरों ने उन्हें घर ले जाने की सलाह दी। परिजन उन्हें बुधवार को घर ले आए। उसी दिन उनकी मौत हो गयी। कुत्ते के काटने की घटना से ग्रामीण दहशतजदा हैं। उन्होंने प्रशासन से उपयुक्त कदम उठाने की मांग की है।
बवांसा के दिलवर की मौत से ग्रामीणों और आसपास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। पिछले दिनों उनके संपर्क में आए लगभग दो दर्जन लोगों ने अस्पताल में पहुंचकर टीकाकरण कर दिया गया है। मृतक दिलवर सिंह के संपर्क में आए परिजनों की सूची बनाई जा रही है। गांव पहुंचकर परिजनों का टीकाकरण भी किया जायेगा।
डा. शैलेंद्र रावत, प्रभारी चिकत्साधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीरोंखाल