आटो चालक की पत्नी ने चार बेटियों को दिया जन्म, तीन बेटियां पहले से मौजूद
आगरा। आटो चालक की पत्नी ने चार बेटियों को एक साथ जन्म दिया है। कहते हैं कि भगवान जब देता है तो छप्पर फाड़ के देता है, मगर यहां यह कहावत मुंह चिढ़ा रही है, क्योंकि जिस आटो चालक के घर चार बेटियां एक साथ पैदा हुई हैं, उनकी तीन बेटियां पहले सी ही मौजूद हैंं। बेचारा आटो चलाने वाला सात बेटियों के साथ कैसे जिंदगी गुजर-बसर करेगा। परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से ही तंगहाल थी और अब घर में चार किलकारियां एक साथ और गूंज गयीं।
आगरा यमुनापार निवासी आटोचालक मनोज की एक साथ चार संतानों पैदा हुईं। उसकी आर्थिक तंगी को देखते हुए कई लोगों ने उसकी नन्ही परियों को गोद लेने की इच्छा जाहिर की है। पिता बोला कि उसकी बच्चियां किसी की खुशी की वजह बनती हैं, तो वह बच्चियों को गोद देने में गुरेज नहीं करेगा। उनके पहले से तीन बेटियां खुशी (10), मानसी (7) और महक (3) हैं।
कई लोगों ने गोद लेने की इच्छा जताई
कई लोगों ने फोन करके निसंतान होने का हवाला देते हुए बच्चियों को गोद लेने की इच्छा जताई है। पिता का कहना है कि अगर मेरी बच्चियों का भविष्य बने और किसी को खुशी मिले तो अपनी बच्चियां उनके सूने आंचल में डाल देंगे। अभी कहीं से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है। हां अस्पताल संचालक ने आपरेशन में जरूर कुछ छूट दी है।
तीन बच्चियां एसएन मेडिकल कालेज में भर्ती
मनोज ने तीन बच्चियों को एसएन मेडिकल कालेज के बालरोग विभाग में भर्ती कराया है। यहां इनको नवजात सघन चिकित्सा कक्ष में रखा गया है। बालरोग विभाग के डा. नीरज यादव ने बताया कि समय से पहले प्रसव के कारण बच्चों का संपूर्ण विकास नहीं हो पाया है। अभी इनका वजन 900, 700, 600 ग्राम है। एक बच्ची यमुनापार के निजी अस्पताल में भर्ती है।