लव मैरिज की ऐसी सजा, 12 दिन में ही सूनी हो गयी गीता की मांग, तीन गिरफ्तार
रानीखेत। लव मैरिज करने की गीता को ऐसी सजा मिली कि 12 दिन बाद ही उसकी मांग सूनी हो गयी। रानीखेत में अंतर्राजातीय विवाह करने पर दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट बयां कर रही बेदर्दी की कहानी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि युवक के शरीर पर चोट 25-30 निशान थे। हत्या के बाद पूरा अस्पताल छावनी में तब्दील हो गया। भिकियासैंण, रानीखेत, द्वाराहाट से भी अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। डाक्टर ने बताया कि जगदीश का जबड़ा, नाक की हड्डी, बायें हाथ की कलाई की हड्डी, एड़ी की हड्डी टूटी हुई थी। इसके अलावा जांघों के आगे-पीछे दोनों ओर गंभीर चोट के निशान थे। इस दौरान एसडीएम चंद्र सिंह मार्तोलिया, संयुक्त मजिस्ट्रेट जयकिशन, सीओ तिलक वर्मा और कोतवाल नासिर हुसैन भी मौजूद रहे।
अंतर्राजातीय विवाह से परिवार था नाराज
सल्ट के पनवाद्यौखन गांव निवासी जगदीश चंद्र (38) पुत्र केशराम ने 21 अगस्त को भिकियासैंण में सिनार मोटर मार्ग पर स्थित बेल्टी गांव की गीता उर्फ गुड्डी से प्रेम विवाह किया था। शादी गैराड़ मंदिर में हुई थी। इस शादी से गीता की मां भावना देवी, सौतेला पिता जोगा सिंह और सौतेला भाई गोविंद सिंह नाराज थे। बौखलाए परिजनों ने युवक का अपहरण कर पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। शव ठिकाने ले जाते समय पुलिस ने दबोच लिया।
आरोपियों ने अपना जुर्म कबूला
पूछताछ करने पर आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। जोगा सिंह ने बताया कि सौतेली बेटी गीता उर्फ गुड्डी ने अनुसूचित जाति के युवक जगदीश से शादी की थी, इसी वजह से उन्होंने युवक को मार डाला।
गीता ने एसएसपी को पत्र लिखकर मांगी थी सुरक्षा
उपथरा निवासी गीता को लव मैरिज के बाद इस अनहोनी का आभास पहले ही हो गया था। उसने 27 अगस्त को एसएसपी को पत्र लिखकर सुरक्षा मांगी थी, लेकिन पुलिस ने उसकी फरियाद अनसुनी कर दी। गीता ने पत्र में लिखा था कि उसका सौतेला बाप, और भाई उसे और उसके पति को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। https://sarthakpahal.com/
गीता ने सुरक्षा देने को लेकर पुलिस को 27 अगस्त को पत्र दिया था। उसका मायका और ससुराल दोनों राजस्व पुलस क्षेत्र में आते हैं। जगदीश बिना बताए अपने ही कहां चला गया, इसकी पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल पाई। हालांकि 30 अगस्त को इस संबंध में कार्रवाई के लिए भतरौंजखानथाने को पत्र भेजा गया था।
प्रदीप कुमार राय, एसएसपी अल्मोड़ा