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विधायक के खिलाफ आवाज उठाना एसडीएम को पड़ा भारी, पौड़ी अटैज

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पुरोला। विधायक के खिलाफ आवाज उठाना पुरोला के एसडीएम को भारी पड़ गया। शासन ने पुरोला के उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी को हटाकर गढ़वाल मंडल आयुक्त कार्यालय पौड़ी संबद्ध कर दिया है। इस संबंध में रविवार को अनुसचिव हनुमंत तिवारी ने आदेश जारी कर दिया है। विधायक के खिलाफ एसडीएम ने जानमाल के खतरे का आरोप लगाया है। उधर विधायक ने शासन से मांग की है कि एसडीएम सैनी की संपत्ति और उनके कार्यालय में हुए कार्यों की जांच की जाए।

विधायक दुर्गेश लाल और एसडीएम सैनी के बीच पिछले कुछ समय से लगातार विवाद चल रहा था। एसडीएम की तहरीर पर सत्ताधारी भाजपा के विधायक दुर्गेश्वर लाल से विवाद और बाद में तहरीर इतना भारी पड़ा कि शासन ने तुरंत कार्रवाई करते उन्हें पौड़ी गढ़वाल आयुक्त कार्यालय पटक दिया। एसडीएम सैनी ने कहा कि अगर पुलिस उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं करती है तो वे न्यायालय की शरण लेंगे।

गत 21 मई को पुरोला में नगर पंचायत और प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया था। 22 मई को अतिक्रमण के विरोध में कुछ ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। इसी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर पुरोला विधायक और एसडीएम के बीच विवाद शुरू हुआ। विवाद इतना बढ़ा कि एसडीएम को विधायक के विरुद्ध पुरोला थाने में तहरीर देनी पड़ी। इसमें एसडीएम ने अपनी जान का खतरा सहित कई आरोप लगाए। रविवार शाम तक भी एसडीएम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया।

पुरोला थाने के थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि एसडीएम सैनी की तहरीर की जांच की जा रही है। उपनिरीक्षक देवेंद्र पंवार को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। जांच में आरोप सही निकले तो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जायेगा। वहीं रविवार को मामले की जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने पुरोला एसडीएम को उत्तरकाशी बुलाया और मामले में उनका पक्ष सुना।

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