उत्तरकाशी। उत्तरकाशी में बर्फीले तूफान में दबने से 10 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। उत्तरकाशी के नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) में 44 प्रशिक्षुओं, 8 प्रशिक्षकों सहित कुल 58 लोगों का दल 14 सितम्बर को एडवांस माउंटनियरिंग कोर्स के लिए भ्रमण पर निकला था। 25 सितम्बर को यह दल टोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में द्रौपदी का डांडा चोटी के बेस कैंप में पहुंचा था। मुख्यमंत्री धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात कर हादसे की जानकारी दी।
सूचना पर वायुसेना ने रेस्क्यू अभियान चलाकर 26 लोगों को सुरक्षित बचा लिया। मरने वालों में दो ट्रेनी, दो महिला प्रशिक्षक हैं। इस दल में उत्तराखंड के नौ लोग शामिल थे। लापता लोगों मे हिमाचल का एक लेफ्टिनेंट कर्नल भी शामिल है। पीटीआई रिपोर्ट्स के अनुसार हिमस्खलन में 10 ट्रेनी की मौत हो गयी है।
मंगलवार को पहुंचे थे द्रौपदी का डांडा
पर्वतारोही 25 सितम्बर को डोकराणी बामक ग्लेशियर पर पहुंचा था। मंगलवार सुबह यह दल द्रौपदी का डांडा चोटी (5771 मी.) पर पहुंचे थे, लेकिन लौटते वक्त करीब 8.45 बजे भारी बर्फीले तूफान की चपेट में आ गया। इसकी सूचना 10 बजे उत्तरकाशी स्थित निम के रजिस्ट्रार विशाल रंजन को मिली। उन्होंने डीएम अशोक रुहेला को इसकी जानकारी दी। डीएम ने तत्काल सरकार से मदद मांगी।
एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी की टीमें रवाना
इसके बाद सहारनपुर स्थित सरसावा एयरपोर्ट से वायुसेना के 2 चीता हेलीकाप्टर रवाना हुए। बाद एक हेलीकाप्टर बरेली एयरबेस से भी रवाना किया गया। इसके अलावा देहरादून से भी एक प्राइवेट हेलीकाप्टर एसडीआरएफ की टीम से साथ रवाना हुआ। देर शाम को फिर द्रौपदी डांडा में बर्फीले तूफान के कारण रेस्क्यू अभियान रोकना पड़ा। डीएम अभिषेक रुहेला ने बताया कि बुधवार को दोबारा रेस्क्यू अभियान चलाया जायेगा। https://sarthakpahal.com/
आपातकालीन सेटेलाइट नंबर जारी
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान कंट्रोल रूम 7060717717, 9998254954. विशाल रंजन रजिस्ट्रार निम 9568919195, 9412420840, देवेंद्र सिंह पटवाल आपदा प्रबंधन अधिकारी, उत्तरकाशी- 9456147974। हेली रेस्क्यू के संचालन को मातली हेलीपैड पर एसटीएफ की व्यवस्था की गयी है।
‘पर्वतारोहण के दौरान हिमस्खलन से नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तराशी के पर्वतारोहियों की बहुमूल्य जिंदगियां गयीं और कई अन्य पंसे होने से मैं बहुत दुखी हूं। सीएम धामी ने मुझे जानकारी दी। मैंने भारतीय वायुसेना को युद्धस्तर पर बचाव एवं राहत अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं।’
राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री
‘उत्तरकाशी में हुई हिमस्खलन की घटना दुखद है। इस संबंध में मैंने अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी व सेना की टीमें सूचना मिलते ही तुरंत राहत एवं बचाव कार्य में जुट गयी हैं।’
अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री
‘द्रौपदी का डांडा-दो पर्वत चोटी में हिमस्खल की चपेट में आए प्रशिक्षुओं की मौत और हताहत की खबर सुनकर दुख हुआ। ईश्वर मृतकों की आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दे एवं शोकाकुल परिजनों को यह कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ है।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड