राष्ट्रपति को राष्ट्रपत्नी कहने पर पूरे देश में कांग्रेस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन

देहरादून। राष्ट्रपति पर अशोभनीय टिप्पणी के बाद विपक्ष की आलोचना झेल रहे कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी का अब अपनी ही पार्टी के अंदर विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने उनका नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा, ‘महिला हो या पुरुष कोई भी संवैधानिक पद पर आसीन है, वह माननीय है। उसे और उसके पद को सम्मान देना ही चाहिए। विशेष पद पर बैठा व्यक्ति उस पद के अनुरूप हो जाता है। जेंडर के चक्रव्यूह में खो जाने का कोई मतलब नहीं।’ हालांकि अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि उनकी हिंदी कमजोर है, इसलिए उनसे गलती हो गयी है। उन्होंने कहा कि मैंने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है और मैं उनसे व्यक्तिगत रूप से माफी मांगूंगा।
संसद में जबर्दस्त हंगामा
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन की अशोभनीय टिप्पणी के बाद संसद में कल का दिन हंगामे में गुजर गया। स्मृति ईरानी संसद में सोनिया और अधीर रंजन से माफी की मांग करती रही। हालांकि संसद की कार्रवाई खत्म होने के बाद सोनिया गांधी और स्मृति के बीच घटनाक्रम ने नया विवाद ले लिया। इसपर आज फिर हंगामा हुआ और 12 बजे तक सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गयी। इस बीच बेरोजगारी, महंगाई व जीएसटी पर चर्चा की मांग कर रहे राज्यसभा से निलंबित सांसदों का विरोध प्रदर्शन जारी है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने अधीर रंजन चौधरी का पुतला फूंका
भाजपा महानगर देहरादून के कार्यकर्ताओं ने सोनिया गांधी माफी मांगो, कांग्रेस पार्टी माफी मांगो के नारों के साथ महानगर कार्यालय से एस्लेहा चौक तक पैदल मार्च निकाला और इसके बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का पुतला फूंका। प्रदर्शन करने वालों में महानगर अध्यक्ष, महामंत्री, मीडिया प्रभारी, युवा मोर्चा के अध्यक्ष, किसान मोर्चा अध्यक्ष आदि शामिल रहे।