
देहरादून। पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू समेत आठ लोगों के खिलाफ राजपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। उन पर सरकारी जमीन पर कब्जा करने और पेड़ कटवाने के गंभीर आरोप लगे हैं। शासन की मंजूरी के बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
सिद्धू ने 2012 में मसूरी वन प्रभाग में वीरगिरवाली गांव में 1.5 हेक्टेयर सरकारी जमीन खरीदी थी। इस जमीन से 2013 में 250 पेट काटे गये। सूचना मिलने पर वन विभाग ने इसकी जांच कराई तो पता चला कि संबंधित पेड़ जिस जमीन पर थे, वह वन विभाग की थी। बीएस सिद्धू ने अवैध तरीके से जमीन खरीदी और साल के पेड़ भी काट दिये।
शासन ने दिये कार्रवाई के निर्देश
वन सचिव विजय कुमार यादव की ओर से उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की अनुमति दे दी गयी है। शासने ने पीसीसीएफ को इस मामले में कार्रवाई के लिए लिखा है। इसके बाद उन्होंने डीएफओ मसूरी आशुतोष ने बताया कि पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन का पत्र मिल गया है।
इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा : पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू
पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू का कहना है कि मेरे खिलाफ वन विभाग जुर्म काटने की कार्रवाई कर चुका है, जो गलत थी। इस मामले में जिला न्यायालय ने मेरे खिलाफ आईपीसी में मुकदमा दर्ज करने की अनुमति खारिज कर दी थी। ऐसे में शासन ने अगर मेरे खिलाफ मुकदमे की अनुमति दी है तो वो गलत है। मैं इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करुंगा।
इनके खिलाफ हुआ है मुकदमा
बीएस सिद्धू पूर्व डीजीपी पुत्र जगदेव सिंह, निवासी ऊषा कालोनी, सहस्त्रधारा रोड, महेंद्र सिंह, ऊषा कालोनी, सहस्त्रधारा रोड, नत्थूराम पुत्र महकूमल, डिस्पेंसरी रोड, मेरठ, दीपक शर्मा पुत्र एम शर्मा, चुंगी विक्टोरिया पार्क, मेरठ, स्मिता दीक्षित, थाना लालकुर्ती, मेरठ, सुभाष शर्मा पुत्र खुशीरा शर्मा, सोहियानगर गाजियाबाद, श्रीकृष्ण पुत्र लाल सिंह, शिवपुरम मेरठ, शुजाउद्दीन, तत्कालीन तहसीलदार, तहसील सदर देहरादून। https://sarthakpahal.com/