
पौड़ी। सहायक अध्यापिका विमला गुसाई को आत्महत्या करने के लिए उकसाने व मजबूर करने के आरोप में टिहरी जिले के राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कैन्थोली की प्रभारी प्रधानाध्यापिका को मुख्य शिक्षा अधिकारी टिहरी की रिपोर्ट मिलने पर मंडलीय शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा पौड़ी ने निलंबित कर दिया है। अर्चना उनियाल 22 अगस्त 2022 तक राजकीय कन्या हाईस्कूल बौराड़ी-टिहरी में प्रभारी प्रधानाध्यापिका के पद पर कार्यरत थीं और इसी स्कूल में विमला गुसाईं भी सहायक अध्यापिका के पद पर अपनी सेवाएं दे रहीं थीं।
छह नवम्बर को किया था गिरफ्तार
पुलिस ने प्रभारी प्रधानाध्यापिका को पिछले छह नवम्बर को गिरफ्तार किया गया था, तब से वह जेल में ही बंद है। कारागार में 48 घंटे से अधिक समय होने के कारण अपर शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट ने अर्चना उनियाल को निलंबित कर दिया। अपर निदेशक ने बताया कि निलंबित प्रधानाध्यापिका अर्चना उनियाल 22 अगस्त 2022 तक राजकीय कन्या हाईस्कूल बौराड़ी-टिहरी में प्रभारी प्रधानाध्यापिका थीं और इसी विद्यालय में सहायक अध्यापिका विमला गुसाईं भी सेवारत थीं। एक अक्टूबर को विमला गुसाईं ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। https://sarthakpahal.com/
14 अक्टूबर को टिहरी कोतवाली में दर्ज हुआ था मुकदमा
विमला गुसाईं ने सुसाइड नोट में प्रधानाध्यापिका पर आत्महत्या करने का आरोप लगाया था। मृतका विमला गुसाईं के पति डा. सुमन सिंह गुसाई ने पत्नी को आत्महत्या को उकसाने को मजबूर करने के आरोप में प्रध्यानाध्यापिका अर्चना उनियाल के खिलाफ टिहरी कोतवाली में 14 अक्टूबर को तहरीर दी थी। अपर निदेशक बिष्ट ने बताया कि अर्चना उनियाल इस समय राउमावि कैन्थोली में प्रभारी प्रधानाध्यापिका के रूप में स्थानांतरित हुई थी। प्रधानाध्यापिका को जेल से रिहाई के बाद बीईओ जाखणीधार के कार्यालय में अटैच रहेंगी। इस प्रकरण की विभागीय जांच बीईओ जाखणीधार को सौंपी गयी है।