देहरादून। उत्तराखंड के चर्चित अंकिता हत्याकांड के तीनों आरोपियों के खिलाफ एसआईटी ने आज चार्जशीट दाखिल कर दी है। अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) वी मुरुगेशन ने प्रेसवार्ता कर बताया कि एसआईटी ने 500 पनों की चार्जशीट में 100 गवाहों के बयान लिये हैं। वहीं 30 से ज्यादा दस्तावेजी सबूत जुटाये हैं।
सोमवार को कोर्ट में दाखिल होगी चार्जशीट
चार्जशीट आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 201 (साक्ष्य मिटाना), 120बी (आपराधिक षडयंत्र), 354क (छेड़छाड़) और अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत फाइल की गयी है। इसमें तमाम वैज्ञानिक और इलेक्ट्रानिक सबूतों को शामल किया गया है। चार्जशीट अभी अभियोजन कार्यालय में भेजी गयी है, संभवतया सोमवार को कोर्ट में दाखिल होगी। विदित हो कि 22 दिसम्बर को आरोपियों की गिरफ्तारी को तीन महीने पूरे होने वाले हैं। तीन महीने से पहले चार्जशीट दाखिल हर हाल में जरूरी था। अब इसके बाद मुकदमे का ट्रायल शुरू होगा। प्रकरण की सुनवाई कोटद्वार के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम की अदालत में चल रही है।
सबकी निगाहें कोर्ट के फैसले पर
वीआईपी के नाम का खुलासे के लिए एसआईटी ने कोर्ट से आरोपियों के नार्को टेस्ट की अनुमति मांगी थी, जिसमें एक आरोपी अंकित ने 10 दिन का समय कोर्ट से मांगा है। इसलिए इसकी अगली सुनवाई अब 22 को ही होनी है। अब सबकी निगाहें कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं। बता दें कि 18 सितम्बर को वनंतरा रिजार्ट में पौड़ी गढ़वाल निवासी अंकिता भंडारी अचानक गायब हो गयी थी, जिसकी लाश चीला बैराज में बरामद की गयी थी।
हत्याकांड के मुकदमे की पैरवी करने के लिए एक विशेष अधिवक्ता नियुक्त किया गया है। इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने न्याय विभाग को पत्र भेजा है। ताकि मुकदमे की पैरवी में अभियोजन के पक्ष को मजबूती से पेश किया जा सके। माना जा रहा है कि इससे आरोपियों को सजा दिलाने में मदद मिलेगी। https://sarthakpahal.com/