
नई दिल्ली। जस्टिस यूयू ललित देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश बनने जा रहे हैं। जस्टिस उदय उमेश ललित देशके नामी वकीलों में से एक हैं। उन्हें 13 अगस्त 2014 को सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर नियुक्ति मिली थी। मौजूदा चीफ जस्टिस एनवी रमण 26 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं।
केंद्र सरकार ने आज बुधवार को जस्टिस उदय उमेश ललित को भारत का 49वां मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया। इस संबंध में सूचना जारी कर दी गयी है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एनवी रमण 26 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं। सीजेआई रमण ने 24 अप्रैल 2021 को देश के 48वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार संभाला था।
इसी महीने की शुरुआत में अपने उत्तराधिकारी की सिफारिश करने के लिए केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने देश के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण को पत्र लिखा था। जिसके बाद चीफ जस्टिस ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस उदय उमेश ललित के नाम की सिफारिश केंद्र सरकार को भेज दी थी।
आठ नवंबर तक रहेंगे मुख्य न्यायाधीश
जस्टिस यूयू ललित 27 अगस्त को शपथ लेंगे और मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस ललित 8 नवंबर तक मुख्य न्यायाधीश रहेंगे। जस्टिस ललित देश के ऐसे दूसरे चीफ जस्टिस होंगे, जो सुप्रीम कोर्ट का जज बनने से पहले किसी हाईकोर्ट के जज नहीं थे। वह वकील से सीधे इस पद पर पहुंचे थे। इससे पहले जस्टिस एसएम सीकर के नाम यह उपलब्धि थी, जो 1971 में देश के 13वें चीफ जस्टिस बने थे।
कई महत्वपूर्ण फैसलों में रह चुके हैं हिस्सेदार
पाक्सो एक्ट को लेकर फैसला सुनाने वाली बेंच, तीन तलाक को असंवैधानिक करार देने वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ के भी वे सदस्य थे। केरल के पद्मनाभ स्वामी मंदिर के रखरखाव से जुड़े मामला और हाल ही में भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को अदालत की अवमानना के आरोप में चार महीने के कारावास और 2000 रुपये के जुर्माने की सजा भी सुनाई थी।