
देहरादून। आर्मी कैंटीन के नाम का फर्जी स्टीकर लगाकर चंडीगढ़ से शराब की तस्करी करने वाले गिरोह का देहरादून पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। गिरोह के रिटायर्ड आर्मी जवान समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने एकता एन्क्लेव पित्थूवाला में अवैध शराब का गोदाम बना रखा था, जहां से वे शराब की तस्करी करते थे। वहीं, इस गिरोह के सीएसडी कैंटीन हेड समेत दो आरोपी फरार चल रहे हैं।
चंडीगढ़ से लायी जाती थी शराब
वहीं, चेकिंग के दौरान पुलिस टीम ने खलंगा पुल के पास से प्रवीण कुमार और अश्विनी उर्फ चिक्कू को गिरफ्तार कर पांच पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की है। इन बोतलों में डिफेंस के फर्जी स्टीकर लगे हुए थे। चंडीगढ़ से अवैध शराब लेकर देहरादून के पित्थूवाला में एक गोदाम में रखते थे। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने एकता एन्क्लेव पित्थूवाला गोदाम से अलग-अलग ब्रांड के 21 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की। https://sarthakpahal.com/
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में चल रहा था चोखा धंधा
ये लोग चंडीगढ़, हरियाणा और दिल्ली से सस्ती दारू लाकर उत्तराखंड में बेचने का काम करते थे। सीएसडी कैंटीन हेड डिफेंस का फर्जी स्टीकर देता था। पित्थूवाला स्थित गोदाम में बोतलों पर (For Defense Personal Only, For Defense Services, Only Canteen Services) का लेबल चिपकाते थे।
आर्मी कैंटीन की समझकर जमकर होती थी खरीददारी
हर बोतल पर डिफेंस का फर्जी स्टीकर का लेवल लगा होने के कारण सभी लोग शराब को डिफेंस की समझते थे। जिसकी डिमांड ज्यादा होती थी। डिफेंस की शराब समझ कर कोई शक नहीं करता था और अच्छी खासी कीमत भी मिल जाती थी। बालावाला में रिटायर्ड आर्मी के जवान जितेंद्र रावत को शराब बेचने के लिए देते थे, जहां वो डिफेंस की शराब बताकर बेचने का काम करता था।