गोपेश्वर। उत्तराखंड को देवभूमि इसलिए कहा जाता है, कि इस क्षेत्र में देवी-देवताओं और हमारे गुरुओं का वास होता है। लेकिन इस देवभूमि को कलंकित करने में आजकल के गुरुजी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इन शिक्षा माफियाओं ने चाहे वो हाकम सिंह हों या अन्य छुटभैइये, इस देवभूमि को नर्क बनाकर रख दिया है। ये हमारे प्रदेश और खासकर उस शिक्षा विभाग के लिए शर्म की बात है, जहां ऐसेे अध्यापक अध्यापन का कार्य कर रहे हों।
ठीक इसी तरह एक गुरुजी का वीडियो आजकल सुर्खियों में है। दरअसल, ये मामला चमोली जिले के गैरसैंण विकासखंड के राजकीय इंटर कालेज नेल खन्सर का है, जहां उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा की कापियां शिक्षक के कमरे में मिलने का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होेते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
गुरुजी के बैड के नीचे मिली यूके बोर्ड की कापियां
प्राप्त वीडियो के अनुसार इंटर कालेज से परीक्षा प्रभारी राहुल के कमरे से बोर्ड परीक्षा की कापियां मिली हैं, जबकि कापियों को डबल लाकर में रखने की व्यवस्था की जाती है। वीडियो बनाने वाले व्यक्ति का का कहना था कि उन्हें ये जानकारी मिल रही थी कि बोर्ड परीक्षा की कापियां शिक्षक अपने घर ले जा रहे हैं। जब 29 मार्च को उन्होंने छानबीन की तो कापियां परीक्षा प्रभारी के बेड के नीचे पाई गयीं। जानकारी के अनुसार ये कापियां 28 मार्च को आयोजित 10वीं क्लास की गणित और 12वीं कक्षा की रसायन विज्ञान की कापियां थीं। https://sarthakpahal.com/
विद्यालय के परीक्षा प्रभारी को हटाने के भी आदेश
परीक्षा निरस्त होने के बाद कापियां सील की जाती हैं और उसके बाद निकट संकलन केंद्र में ले जाई जाती हैं। यदि किसी कारणवश संकलन केंद्र तक उसी दिन नहीं पहुंच पाती तो स्कूल में लाकर में रखकर अगले दिन संकलन केंद्र तक पहुंच जाती हैं। इस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी गैरसैंण खुशाल सिंह टोलिया से बात करने पर उन्होंने बताया कि अगर ऐसा हुआ है तो इसकी जांच की जायेगी। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकाी कुलदीप गैरोला ने बताया कि तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाकर इस मामले की जांच की जायेगी। जांच में पाया गया कि ये वीडियो इसी इंटर कालेज अतिथि शिक्षक द्वारा बनाया गया है। इन अतिथि शिक्षक गब्बर सिंह का कहना था कि इस स्कूल में कई ऐसे प्रकरण हैं, जिनकी पोल खुलनी अभी भी बाकी है।