
यमकेश्वर, 29 दिसम्बर। तहसीलदार यमकेश्वर के सरकारी खाते की फर्जी चेक बनाकर लाखों के भुगतान का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि तहसीलदार यमकेश्वर के सरकारी खाते से किसी अज्ञात व्यक्ति ने लखनऊ में अगस्त से नवंबर 2023 तक 11 लाख से अधिक निकाले है, ताज्जुब की बात ये है कि तहसील प्रशासन को इसकी भनक तक भी नहीं लगी। मामला सामने आने के बाद तहसीलदार यमकेश्वर ने थाना यमकेश्वर में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
DM पौड़ी ने श्रीनगर SDM को सौंपी जांच
वहीं प्रशासन इस मामले की विभागिय जांच की बात भी कह जा रहा है, ताकि साफ हो सके है कि इस पूरे खेल में कहीं विभागीय अधिकारी-कर्मचारी शामिस तो नहीं हैं। प्रकरण की जांच के लिए डीएम पौड़ी ने एसडीएम श्रीनगर को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। जांच में यह देखा जाएगा कि जाली चेकबुक बनाने और तहसीलदार के हस्ताक्षर बनवाने में तहसील के किसी अधिकारी- कर्मचारी की संलिप्तता तो नहीं हैं। https://www.facebook.com/Sarthak_Pahal-101257265694407/
भृगुखाल SBI में हुआ खेल
तहसीलदार यमकेश्वर का सरकारी बैंक खाता एसबीआई की भृगुखाल शाखा में है। इस खाते के माध्यम से तहसील की ओर से विभागीय वित्तीय लेनदेन होता है। बैंक से आहरण-वितरण के लिए तहसीलदार यमकेश्वर ने 768 सीरीज की एक चेकबुक ली थी। इसी सीरीज की चेकबुक से 13 फर्जी चेक के माध्यम से लखनऊ में बीते 21 अगस्त से 10 नवंबर 2023 के बीच अलग-अलग तिथियों में 11 लाख 17 हजार 27 रुपये निकाले गए। सभी चेक भुगतान के लिए अलग-अलग बैंको में लगाए गए थे।
तहसीलदार के सरकारी खाते से लगातार जिले से बाहर चेक के माध्यम से भुगतान पर एसबीआई के क्लीरेंस विभाग दिल्ली ने बैंक की भृगुखाल स्थित शाखा को ईमेल भेजी, जिसमें 768 सीरीज की चेकबुक के भुगतान को संदेहजनक बताया। तब मामले में शाखा प्रबंधक भृगुखाल ने तहसील प्रशासन से मामले में बातचीत की, तो पता चला कि तहसील प्रशासन ने इस सीरीज की चेकबुक से भुगतान के लिए कोई चैक काटा ही नहीं है। तब तहसील प्रशासन ने तत्काल 768 सीरीज की चेकबुक से आहरण-वितरण पर रोक लगवाते हुए थाना यमकेश्वर में अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी थी। जिस पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
यमकेश्वर थाना में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज
इस बारे में डीएम पौड़ी आशीष चौहान कहा कि मामला बहुत संवेदनशील है। मामले की प्रशासनिक जांच की जाएगी। एसडीएम श्रीनगर को जांच अधिकारी नामित कर आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। वहीं थाना प्रभारी उमेश कुमार ने बताया कि मामले में तहसीलदार यमकेश्वर की तहरीर पर मूल्यवान प्रतिभूति की कूट रचना, दस्तावेजों से छेड़छाड़, धोखाधड़ी, आपराधिक षडयंत्र सहित अन्य धाराओं में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज है, जिसकी विवेचना जारी है। जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।