
ऋषिकेश। दिसंबर 2026 तक ब्यासी रेलवे स्टेशन तक ट्रेन पहुंचने का सपना पूरा हो जायेगा। देवप्रयाग और जनासू रेलवे स्टेशन का करीब 250 मीटर प्लेटफॉर्म सुरंग के अंदर बनेगा। सुरंगों और पुलों के ऊपर बैलास्टक ट्रैक(ट्रैक के नीचे सीसी) बनेगा। ऋषिकेश और मुरादाबाद में टनल कंट्रोल सेंटर बनाया जाएगा।
साठ फीसदी सुरंग का काम पूरा
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का काम काम जोरों पर है। दिसंबर 2026 तक ब्यासी रेलवे स्टेशन तक ट्रेन पहुंच जाएगी। रेल विकास निगम ने 127 किलोमीटर सुरंग बनाकर तैयार कर ली है। 60 फीसदी सुरंग तैयार हो चुकी है। यह जानकारी रेल विकास निगम लिमिटेड के मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत सिंह यादव ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर दी। उन्होंने बताया कि देवप्रयाग और जनासू रेलवे स्टेशन का करीब 250 मीटर प्लेटफॉर्म सुरंग के अंदर बनेगा। सुरंगों और पुलों के ऊपर बैलास्टक ट्रैक (ट्रैक के नीचे सीसी) बनेगा। ऋषिकेश और मुरादाबाद में टनल कंट्रोल सेंटर बनाया जाएगा।
प्रबंधक का कहना था कि खनन सामग्री न मिलने के कारण काम प्रभावित हो रहा है। सुरंग निर्माण के दौरान मिल रहे 20 फीसदी पत्थर को पीसकर उससे कम चलाया जा रहा है। जरूरी सामग्री मिलने पर काम और तेजी से किया जाएगा।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग की दूरी 7 से घटकर 3 घंटे रह जाएगी
परियोजना पूरे होने पर ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के बीच यात्रा का समय 7 घंटे से घटकर केवल 3 घंटे रह जाएगा। इस परियोजना का सुरंग कार्य साल 2019 में शुरू हुआ है। अभी तक इस परियोजना में 127 किलोमीटर अंडरग्राउंड सुरंग खुदाई का काम पूरा हो चुका है। 12 सितंबर 2023 तक गूलर और शिवपुरी के बीच निकासी सुरंग संख्या 2 (6080 मीटर लंबी) की खुदाई का काम भी पूरा हो गया है।
घरों में आ ही दरारों की जांच करने को समिति बनेगी
उन्होंने बताया कि घरों में आ रही दरार की जांच करने के लिए रेलवे बोर्ड ने समिति बनाने की सहमति दे दी है। यह समिति अलग-अलग जिलों में बनेगी। समिति में पीडब्लूडी के इंजीनियर, भूगर्भ वैज्ञानिक, रेल विकास निगम के इंजीनियर, संबंधित तहसील के एसडीएम शामिल होंगे। https://sarthakpahal.com/