देहरादून, 29 दिसम्बर। राजधानी देहरादून के सिंगली गांव में तीन दिन पहले चार साल के मासूम को निवाला बनाने वाला गुलदार अभी भी गांव के आसपास ही घूम रहा है, लेकिन वन विभाग की टीम अभी तक उसे पकड़ नहीं पाई है। गुलदार को पकड़ने के लिए 20 ट्रैप कैमरे, चार पिंजरे और दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों को लगाया गया है। कहते हैं कि अगर बाघ के मुंह पर खून लग जाता है तो वह खूंखार हो जाता है।
वन विभाग की टीम को गांव के आसपास ही गुलदार के फुटप्रिंट मिले हैं। ऐसे में वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों सहित सर्तक रहने को कहा है। वन विभाग की मानें तो उनकी टीम को शुक्रवार सुबह मिट्टी पर गुलदार के पैर के निशान दिखे थे। टीम ने उन निशानों के लिए जरिए गुलदार का पता लगाने के प्रयास भी किया, लेकिन कुछ ही दूरी पर वे निशान मिट गए थे। लेकिन इससे ये साफ हो गया था कि गुलदार अभी भी आसपास ही घूम रहा है, जिस जगह पर उसने मासूम बच्चे को छोड़ा था।
20 कैमरे से हो रही मानिटरिंग
वन विभाग ने बताया कि इलाके में 20 ट्रैप कैमरे लगाए गए है, जिनकी हर दो घंटे बाद मॉनिटरिंग की जा रही है। कुछ कैमरों में गुलदार कैद भी हुआ है। डीएफओ मसूरी वैभव सिंह ने बताया कि उनकी टीम लगातार गश्त कर रही है। पकड़ने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। टीम का प्रयास है कि इलाके में जो पिंचरे लगाए है, उनमें एक दो दिन के अंदर गुलदार कैद हो जाए।
डीएफओ मसूरी वैभव सिंह का कहना है कि उनका पहला प्रयास उसे सुरक्षित पकड़ना है। अगर गुलदार पिंजरे में कैद नहीं हो पाया तो फिर अन्य विकल्पों पर विचार किया जा सकता है। डीएफओ मसूरी वैभव सिंह ने बताया कि गुलदार गुलदार बेहद शातिर जानवर होता है, लिहाजा वह आसपास की गतिविधियों पर भी नजर रख रहा होगा।
डीएफओ का कहना है कि कुछ सुझाव दिये गये हैं, जिनका पालन करें और सुरक्षित रहें
1. बच्चों को शाम चार बजे के बाद पार्क में न खेलने दें।
2. सुबह जब तक अंधेरा रहता है, तब तक कोई बाहर घूमने न जाएं।
3. सोसाइटी में जिन लोगों के घरों में खासकर वो लोग सावधान रहें।
4. साम के समय सोसाइटी में कुत्तों न घुमाएं।
5. सोसाइटी परिसर में साफ सफाई और लाइट की व्यवस्था दुरुस्त रखें। https://sarthakpahal.com/