उत्तरप्रदेशउत्तराखंडक्राइमदेश-विदेशबड़ी खबरमनोरंजनयूथ कार्नरराजनीतिशिक्षासामाजिक

धर्मनगरी हरिद्वार में मां काली के भक्तों में आक्रोश, मणिमेकलाई समेत 11 पर केस

Listen to this article

हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में भी मां काली के भक्तों में जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है। डाक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ में मां काली को जिस तरह से दर्शाया गया है उससे विवाद बढ़ता जा रहा है। पूरे भारत में लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। धर्मनगरी हरिद्वार में फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

कनखल थाना प्रभारी मुकेश चौहान के अनुसार राष्ट्रीय संगठन महामंत्री हिंदू युवा वाहिनी स्थान सिद्धपीठ श्री दक्षिण काली मंदिर चीला रेंज ऋषिकेश रोड हरिद्वार व आदिशक्ति महाकाली आश्रम कनखल ने मां काली का पोस्टर में अपमान करने के मामले में फिल्म निर्माता लीना मणिमेकलाई समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

आखिर क्यों हो रहा है काली पर विवाद
फिल्म निर्माता मणिमेकलाई द्वारा मां काली का एक ऐसा पोस्टर जारी किया गया है, जिसमें मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है, जिससे करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं। यह प्रोजेक्ट 2 जुलाई को रिलीज हुआ था और इसे कनाडा के एक प्रोजेक्ट ‘अंडर द टैंट’ के तहत प्रदर्शित किया गया था। इसका आयोजन टोरंटो (कनाडा) के आगा खां म्यूजियम में हुआ था। शिकायत मिलने के बाद कनखल पुलिस ने निर्माता लीना मणिमेकलाई, सहायक निर्माता, तीन कोराइटर एडिटर सहित फिल्म काली की पूरी टीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पोस्टर सामने आने के बाद #ArrestLeenaManimekalai ट्रेंड कर रहा है। विवाद बढ़ने पर भारतीय उच्चायोग ने भी इस पर रोक की मांग की है।

कौन हैं लीना मणिमेकलई
जिस फिल्मकार के खिलाफ देशभर में आवाजें उठ रही हैं उनका जन्म तमिलनाडु के मदुरै में हुआ, लेकिन वो हिंदुस्तान में नहीं, बल्कि कनाडा के टोरंटो में रहती हैं। लीना की असली जिंदगी भी फिल्मी से कम नहीं है। बताया जाता है कि जब परिवार उनकी शादी की तैयारियों में जुटा था तो वह उस वह चेन्नई भाग गयी थीं। लीना की डाक्यूमेंट्री पर विवाद पहले भी हुए हैं, लेकिन इस बार मामला आस्था से जुड़ा है इसलिए विवाद इतना बढ़ गया है।

https://sarthakpahal.com/

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button