अयोध्या, 23 जनवरी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब उनकी पूजा और आरती में भी बदलाव होने जा रहा है। पूरी पद्धति को व्यवस्थित किया गया है। अब रामलला की 24 घंटे के आठों पहर में अष्टयाम सेवा होगी। इसके अलावा रामलला की छह बार आरती होगी। आरती में शामिल होने के लिए पास जारी होंगे। अब तक रामलला विराजमान की दो आरती होती थीं।
उत्थापन आरती में उतरेगी नजर
मंगला आरती भगवान को जगाने के लिए होती है। शृंगार आरती में उन्हें सजाया जाता है। भोग पूजा में पूड़ी-सब्जी-खीर का भोग लगाया जाता है। उत्थापन आरती रामलला की नजर उतारने के लिए की जाती है। सांध्या पूजा शाम के वक्त होती है और फिर भगवान को सुलाने से पहले शयन आरती।
दोपहर में हर घंटे लगेगा भोग
दोपहर में रामलला को पूड़ी-सब्जी, रबड़ी-खीर के भोग के अलावा हर घंटे दूध, फल व पेड़े का भी भोग लगेगा। रामलला सोमवार को सफेद, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, बृहस्पतिवार को पीला, शुक्रवार को क्रीम, शनिवार को नीला व रविवार को गुलाबी रंग वस्त्र पहनेंगे। विशेष दिनों में वे पीले वस्त्र धारण करेंगे।
पहले दिन 5 लाख श्रद्धालुओं ने किये श्रीराम के दर्शन
प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दिन भक्तों की आस्था ने दर्शन का भी नया रिकॉर्ड बनाया। मंगलवार को पांच लाख श्रद्धालुओं ने श्रीराम दरबार में हाजिरी लगाई। मंदिर में रात नौ बजे तक दर्शन कराए गए। इंतजाम सुचारु बनाने के लिए शाम को सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद मोर्चा संभाला। उन्होंने अयोध्या पहुंच श्रद्धालुओं से धैर्य रखने का आग्रह किया। इस बीच, अयोध्या आने वाले रोडवेज बसों को भी रोकना पड़ा। https://sarthakpahal.com/
अब सुबह छह से रात 10 बजे तक अनवरत दर्शन
जिला प्रशासन व श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने तय किया है कि अब सुबह छह से रात दस बजे तक अनवरत दर्शन होंगे। डीएम नितीश कुमार ने बताया कि इस बीच आरती व भोग के लिए थोड़ी देर दर्शन रोके जाएंगे।