रामनगर, 4 फरवरी। तीन माह से आदमखोर टाइगर को पकड़े या मारे जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ग्रामीणों ने एक बार रविवार को एक बार फिर रामनगर कालागढ़ कोटद्वार मोटर मार्ग जाम कर दिया। वहीं, आत्मदाह की चेतावनी देने वाले पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी को उनके आवास से हिरासत में ले लिया गया है।
रविवार को सेमलखलिया से झिरना गेट तक धारा 144 लगी होने के बाद भी पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार सांवल्दे, ढेला, बासीटीला सेमलखलिया, गौजानी, कानिया, आमडंडा, मालधन आदि क्षेत्रों के ग्रामीण व महिलाएं दोपहर ग्यारह बजे से ही धरने पर बैठ गए।
धरना स्थल पर हुई सभा को संबोधित करते हुए समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने कहा कि जनता के इस दुख के समय में जनप्रतिनिधि जनता के बीच से नदारत है। यहां तक की कांग्रेस जैसी विपक्षी पार्टियों के नेता भी जनता के बीच से नदारत हैं। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर को रामनगर एसडीएम ने संघर्ष समिति से लिखित में मांग पत्र प्राप्त किया था तथा आश्वासन दिया था कि जल्द ही जंगली जानवरों से संबंधित समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा परंतु एक माह बाद भी शासन प्रशासन द्वारा जनता की समस्या को लेकर कोई पहल कदमी नहीं ली गई है। https://sarthakpahal.com/
संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा मांग की गई कि कार्बेट प्रशासन का कोई सक्षम अधिकारी आकर जनता को बताए कि आदमखोर बाघ को मारे या पकड़े जाने को लेकर क्या कार्रवाई की गई है। दिन में डेढ़ बजे तक पार्क प्रशासन का कोई भी अधिकारी ग्रामीणों के धरने पर नहीं पहुंचा तो इस पर महिलाओं ने रामनगर कोटद्वार मार्ग पर चक्का जाम कर दिया।