बड़वानी (एमपी), 30 अप्रैल। बड़वानी खेतिया ब्लॉक में मौजूद सरकारी स्कूल के 12वीं क्लास में पढ़ने वाले सभी छात्र फेल हो गए. ग्राम मल्फा के सरकारी स्कूल में कक्षा 12वीं में 89 विद्यार्थी थे, जिनमें से 85 विद्यार्थियों ने परीक्षा केंद्र टेमला पर जाकर परीक्षा दी थी और ये सभी फेल हो गए. जिला शिक्षा अधिकारी ने भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं.
मध्य प्रदेश के बड़वानी खेतिया ब्लॉक में मौजूद सरकारी स्कूल के 12वीं क्लास में पढ़ने वाले सभी छात्र फेल हो गए. बताया जा रहा है कि ग्राम मल्फा के सरकारी स्कूल में कक्षा 12वीं में 89 विद्यार्थी थे, जिनमें से 85 विद्यार्थियों ने परीक्षा केंद्र टेमला पर जाकर परीक्षा दी थी. इनमें से कोई भी बच्चा पास नहीं हुआ, इस घटना के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया।
वहीं स्कूल के प्राचार्य ने इस शून्य रिजल्ट पर आश्चर्य जताते हुए पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने की बात कही है. वहीं, जिला शिक्षाधिकारी ने भी मामले में संज्ञान लिया और जांच कर दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई करने की बात कही है।
12वीं की परिक्षा में 85 छात्र बैठे और सभी फेल
बच्चों के फेल होने की वजह से माता-पिता में गुस्सा है और वो शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बच्चों को परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त मार्गदर्शन नहीं दिया गया और शिक्षकों ने लापरवाही बरती. इस मामले में विद्यालय के प्रिंसिपल आलोक सिसोदिया का कहना है कि ऐसे परिणाम क्यों आए, हम इसकी समीक्षा कर रहे हैं. वहीं माध्यमिक शिक्षा मंडल से स्कूल के कक्षा 12वीं के परिणाम के पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करें।
बता दें, सरकार ने बेहतर शिक्षा के लिए मलफा गांव में करोड़ों का नया स्कूल भवन बनवाया है. यहां पर्याप्त स्कूल स्टाफ भी है फिर भी 12वीं के सभी 85 बच्चे फेल हो गए. बड़वानी के इस स्कूल ने शिक्षा विभाग के बिगड़ैल ढर्रे की पोल खोल कर रख दी है. पढ़ाई के लिए पर्याप्त स्टाफ होने के बावजूद परीक्षा परिणाम शून्य आना सिस्टम की लापरवाही का सबसे बड़ा उदारहण है. यहां पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। https://sarthakpahal.com/
जिला शिक्षा अधिकारी ने दिए जांच के आदेश
जिला शिक्षा अधिकारी ने भी इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इस शून्य परिणाम के पीछे जो भी कारण है, उसकी जांच की जाएगी और दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।