
देहरादून। 70 साल में शादी रचाने वाले बजुर्ग राम सिंह ने तीन साल बाद ही अपनी पत्नी ऊषा की क्रिकेट बैट से हत्या कर दी। पत्नी की मौत होने के बाद आरोपी खुद ही शव को अस्पताल लेकर गया। पुलिस ने आरोपी राम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
तीन साल पहले 2019 में की थी दूसरी शादी
देहरादून के डालनवाला रोड स्थित बलवीर रोड भाजपा कार्यालय के सामने एक बुजुर्ग ने अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। राम सिंह ने 70 साल की उम्र में 2019 में दूसरी शादी की थी। राम सिंह की पहली की पिछले कुछ साल पहले मौत हो गयी थी। राम सिंह के दो बेटे थे, जिनकी भी 2015 और 2016 में बीमारी के कारण मौत हो चुकी है। राम सिंह खुद भी कैंसर से पीड़ित है।
खाना बनाने को लेकर हुई थी कहासुनी
एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि रेहड़ी लगाने वाले राम सिंह की उम्र 73 वर्ष का अपनी पत्नी ऊषा देवी 53 साल का पारवारिक झगड़ा चल रहा था। दोनों के बीच खाना बनाने को लेकर कहासुनी हुई थी। संपत्ति विवाद को लेकर दोनों का अक्सर झगड़ा होता रहता था।
राम सिंह को बताये बिना खर्च किये 14 लाख
राम सिंह ने पुलिस को बताया कि वह बंद टिक्की बेचने का काम करता है। उसके पास एक मकान था, जिसे बेचकर 14 लाख रुपये मिले थे। इस बीच ऊषा ने राम सिंह से कहा कि उसके बेटा का एक्सीडेंट हो गया है उसके इलाज के लिए रुपये चाहिए, लिहाजा राम सिंह ने उसे पैसे दे दिये। यह सिलसिला काफी दिनों तक चलता रहा। बाद में राम सिंह को पता चला कि ऊषा जिस बेटे के एक्सीडेंट की बात कर रही है वो तो जेल में बंद है। ऊषा उसके चोट के लिए नहीं, बल्कि उसकी जमानत के लिए पैसे लेकर जाती थी।
पति से छुपाया बेटे करन शिवपुरी का राज
ऊषा ने अपने बेटे करन शिवपुरी का राज राम सिंह को नहीं बताया था। करन शिवपुरी प्रेम नगर में सर्राफ के यहां हुई लूट के मामले में गोवा से पकड़ा गया था। पता चला कि उस पर एक नहीं बल्कि 40 मुकदमे दर्ज हैं। वो देहरादून में ही नहीं बल्कि दिल्ली तक कई लूट कर चुका है। करन शिवपुरी सुद्धोवाला जेल में बंद है। जब राम सिंह ने ऊषा से बेटे से रिश्ते तोड़ने को कहा तो वह उससे संपत्ति में हिस्सा मांगने लगी। https://sarthakpahal.com/