यमकेश्वर, 4 जून। जिला मुख्यालय पौड़ी में तैनात फायर सर्विस चालक महावीर सिंह नेगी (55 साल) का अचानक हृदय गति रुक जाने के कारण देहांत हो गया। महावीर सिंह नेगी का असामयिक निधन से पुलिस मुख्यालय में शोक व्याप्त हो गया।
बताया जा रहा है कि नित्य की भांति वे सुबह सैर करके नाश्ता करने के बाद ड्यूटी पर जाने के लिए अपनी गाड़ी की साफ-सफाई कर गाड़ी में बैठकर भजन सुन रहे थे। इतने में उन्हें अचानक दिल का दौड़ा पड़ा और वे वहीं पर गाड़ी की स्टेयरिंग में ही अचैत हो गये। साथियों की मौजूदगी में तुरंत उन्हें पास में स्थित जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उपचार के दौरान उन्हें मृत घोषित कर दिया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी राजेंद्र खाती ने बताया कि डाक्टरों के अनुसार उनकी मौत हार्टअटैक आने से हुई है। महावीर सिंह 1988 से पुलिस विभाग में अपनी सेवायें दे रहे थे।
महावीर सिंह नेगी यमकेश्वर ब्लाक के बिथ्याणी गांव के मलेथा के रहने वाले थे। मलेथा के पंचम सिंह नेगी और मुन्नी देवी के परिवार में पांच भाई बहनों में वे सबसे छोटे थे। वे अपने पीछे चार बच्चे और पत्नी छोड़ गये हैं। उनकी तीन बेटियों की शादी हो चुकी है और नवम्बर में बेटे की शादी भी होे वाली थी।
परसों वे घर आने वाले थे, छुट्टी हो चुकी थी मंजूर
परसों जिस दिन उनका निधन हुआ, उसी दिन में उन्हें दिन घर जाना था, उनकी छुट्टी मंजूर हो चुकी थी, मगर नियति को शायद कुछ और ही मंजूर था। उनके निधन के बाद पुलिस मुख्यालय पौड़ी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें सलामी और पुष्पांजलि अर्पित की गयी। उसके बाद उनके पार्थिव शरीर को सम्मान के साथ उनके वर्तमान आवास गुमानीवाला ऋषिकेश भेज दिया गया। जहां परिवार वालों के अंतिम दर्शन के बाद कल हरिद्वार के खड़खड़ी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके बेटे मनीष ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। https://sarthakpahal.com/