BA, BCom और BSc के पांचवें और छठे सेमेस्टर में गढ़वाली भाषा का पेपर शामिल
देहरादून, 25 अक्तूबर। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी और इससे संबद्ध कॉलेजों में अब बीए, बीकॉम और बीएससी के छात्र भी गढ़वाली भाषा पढ़ेंगे। विश्वविद्यालय ने नई शिक्षा नीति के बाद पांचवें और छठे सेमेस्टर में गढ़वाली भाषा का पेपर शामिल कर लिया है। इसके दो क्रेडिट पॉइंट भी होंगे।
नई शिक्षा नीति आने के बाद अभी तक पहले चार सेमेस्टर में पढ़ाई जाने वाले वैल्यू एडेड कोर्स और भाषा आधारित पाठ्यक्रम का सिलेबस विश्वविद्यालय ने जारी किया था। नई शिक्षा नीति आने के बाद से पहली बार यह पांचवां सेमेस्टर चल रहा है। विश्वविद्यालय ने पहले इसके वैल्यू एडेड कोर्स की घोषणा 7 अक्तूबर को की थी। उसमें भाषा का पेपर हिंदी, संस्कृत और अंग्रेजी का दिया गया था।
बीएससी और बीकॉम के छात्र भी पढ़ेंगे गढ़वाली
अब विवि ने इसमें संशोधन करते हुए गढ़वाली भाषा को भी शामिल कर लिया है। विश्वविद्यालय के डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. एमएस नेगी के मुताबिक पांचवें सेमेस्टर में बीए के छात्र हिंदी और गढ़वाली भाषा में से किसी एक भाषा का पेपर देंगे। छठे सेमेस्टर में बीएससी और बीकॉम के छात्रों को हिंदी और गढ़वाली में से कोई एक भाषा का पेपर चुनना होगा।
बीच सेमेस्टर में किया बदलाव
विवि ने यह कदम तब उठाया है जबकि पांचवें सेमेस्टर की आधी पढ़ाई हो चुकी है। ऐसे में इस साल अब यह बदलाव कितना उचित होगा। इस बारे में संशय है। अब अगर कोई छात्र हिंदी के बजाय गढ़वाली भाषा का विकल्प चुनता है तो उसे तैयारी के लिए मिला समय पर्याप्त नहीं होगा। दूसरे अभी इस पेपर का सिलेबस भी तय नहीं है। इसके पहले ऐसा ही बदलाव करने के कारण छात्रों को समस्या हो चुकी है।