देहरादून, 29 अक्तूबर। उत्तराखंड में दीपावली पर्व के लिए राजकीय अवकाश 1 नवंबर को तय था, लेकिन इस बार दीपावली पर्व की तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति कर्मचारियों के बीच भी चर्चा का विषय बनी हुई थी. इसी को देखते हुए उत्तराखंड सचिवालय संघ ने मुख्यमंत्री धामी से दीपावली का अवकाश 31 अक्टूबर को करने की मांग की थी, जिससे उम्मीद थी कि 1 नवंबर को अवकाश रहेगा. ऐसे में एक दिन पहले यानी 31 अक्टूबर को भी सरकार से अवकाश घोषित करवा लिया जाए, लेकिन शासन ने राजकीय अवकाश 31 अक्टूबर को करने का आदेश जारी कर दिया है. साथ ही इसी आदेश में यह भी स्पष्ट कर दिया कि 1 नवंबर को कार्यालय खुले रहेंगे.
शासन के फैसले से कर्मचारी नाराज
खास बात ये है कि इस आदेश की जारी होने के बाद कई कर्मचारी सचिवालय संघ को इस बदलाव के लिए कोस रहे हैं. इतना ही नहीं उत्तराखंड में दीपावली की छुट्टी की तारीख में हुए बदलाव को लेकर कर्मचारियों के बीच बहस भी शुरू हो गई है. 31 अक्टूबर को राज्य कर्मचारियों की ओर से आरएच (निर्बंधित अवकाश) का अवकाश लिया जा सकता था और 1 नवंबर को सरकार दीपावली का राजकीय अवकाश घोषित कर चुकी थी.
इस तरह कर्मचारियों को 31 अक्टूबर और 1 नवंबर दोनों ही दिनों में छुट्टी मिल सकती थी, लेकिन 31 अक्टूबर का अवकाश करने के चक्कर में 1 नवंबर को दफ्तर आने की अनिवार्यता को अब कर्मचारियों को झेलना पड़ रहा है. अब इस मामले में सचिवालय के कर्मचारी अपने सचिवालय संघ के फैसले पर नाराज नजर आ रहे हैं.
तारीख संशोधन के बारे में बात कर रहे कर्मचारी
इतना ही नहीं कर्मचारियों के व्हाट्सएप ग्रुप पर भी छुट्टी की तारीख बदलने के बाद बस इसी को लेकर बातचीत हो रही है. कुछ कर्मचारी लिख रहे हैं कि जब 1 नवंबर की छुट्टी के लिए कर्मचारी तैयार थे, तो 31 अक्टूबर की छुट्टी करने के कारण ऐसा नुकसान क्यों किया गया? बहरहाल, कई तरह के विचार अब कर्मचारी संगठन रख रहे हैं और इसी वजह से अब दीपावली की छुट्टी की तारीख में संशोधन उत्तराखंड में कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय बन गया है.
मुख्य सचिव से सचिवालय संघ ने की मुलाकात
सचिवालय संघ के महासचिव राकेश जोशी ने कहा कि छुट्टी को लेकर जो फैसला हुआ है. वो गलत है और संघ ने 31 अक्टूबर की छुट्टी की मांग की थी. जबकि, 1 नवंबर को पहले से ही छुट्टी घोषित थी. उन्होंने कहा कि छुट्टी में संशोधन को लेकर जैसे ही संघ को पता चला तो उन्होंने पहले की तरह ही एक नवंबर को छुट्टी रखने के लिए मुख्य सचिव से मुलाकात की और अपनी बात रखी. इसके अलावा या फिर 31 अक्टूबर की जगह 1 नवंबर को आरएच (निर्बंधित अवकाश) की व्यवस्था करने की मांग की है.