
नई दिल्ली। अक्सर विवादों में रहने वाली जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी एक बार फिर गर्मा गई है। जानकारी के अनुसार, जेएनयू कैंपस में फिर से एक नए विवाद की चिंगारी सुलगनी शुरू हो गई है। जानकारी के अनुसार जेएनयूएसयू अयोध्या में विवादित ढांटा गिराने की बरसी पर 6 दिसंबर की रात को एक प्रोटेस्ट मार्च निकाला गया। इस दौरान छात्रसंघ कार्यकर्ताओं की ओर से ‘नहीं सहेंगे हाशिमपुरा, नहीं करेंगे दादरी, फिर बनाओ बाबरी’ जैसे नारे लगाए गए, बाबरी विध्वंस की घटना के 29 साल बाद जेएनयू कैंपस में छात्र संघ ने इस घटना के विरोध में प्रोटेस्ट मार्च निकाला।
जेएनयू प्रशासन का मानना है कि ऐसे कार्यक्रम या डॉक्यूमेंट्री के प्रदर्शन से सांप्रदायिक माहौल बिगड़ सकता है। यदि कोई छात्र नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जेएनयू प्रशासन ने शनिवार को छात्रों के नाम नोटिस भी जारी कर दिया है। दरअसल, बाबरी मस्जिद की 29वीं बरसी पर छात्र संगठन एसएफआई और आईसा की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। छात्रों की ओर से एक विरोध मार्च निकाला गया। इसी मार्च के दौरान कई ऐसे नारे लगाए गए जिससे कि कैंपस का माहौल गर्मा गया है।